मुंबई। कवि और हिन्दी फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar ) अक्सर करंट मुद्दों पर अपनी राय साझा करते रहते हैं। इस जह से कई बार उन्हें भारी विरोध का सामना भी करना पड़ता है।
बता दें कि जावेद अख्तर (Javed Akhtar ) को रिचर्ड डॉकिन्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। जावेद अख्तर (Javed Akhtar ) इस सम्मान को पाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। यह पुरस्कार विश्व प्रसिद्ध अंग्रेजी विकासवादी जीवविज्ञानी रिचर्ड डॉकिंस के नाम पर दिया जाता है।
@Javedakhtarjadu with his prized #Richard Dawkins 2020 Award. pic.twitter.com/P8oxeHKnFl
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) October 26, 2020
बता दें कि रिचर्ड डॉकिन्स नाम के इस अवॉर्ड का नॉमिनेशन करीब 4 महीने पहले जून 2020 में हो गया था। इस बात की जानकारी अभिनेत्री शबाना आजमी जून में ही दे चुकी थीं। फिलहाल शबाना ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की है। शबाना ने फोटो शेयर करते हुए लिखा- जावेद अपने रिचर्ड डॉकिन्स 2020 अवॉर्ड के साथ।
बता दें कि ये अवॉर्ड 2003 से दिया जा रहा है और यह साइंस, एजुकेशन, रिसर्च या एंटरटेनमेंट फील्ड के नामी व्यक्ति को दिया जाता है, जो पब्लिकली धर्मनिरपेक्षता की रक्षा के लिए प्रयास करता है।
शबाना ने बताया क्यों मिला ये सम्मान?
शबाना आजमी ने ट्वीट करते हुए बताया था कि आखिर जावेद अख्तर को ये सम्मान क्यों दिया गया है? उन्होंने ट्वीट में लिखा कि जावेद अख्तर ने रिचर्ड डॉकिन्स अवॉर्ड अपनी क्रिटिक्ल थिकिंग, धार्मिक जड़ता की स्क्रूटनी, मानव प्रगति और मानवतावादी मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए जीता है।
इस अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट होने के बाद जावेद ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि उन्होंने अवॉर्ड के बारे में तो कभी सोचा नहीं था। आगे उन्होंने कहा कि वे खुद इस बात से हैरान हैं कि आर्गनाइजर उनकी वे बातें सुनते थे, जो उन्हें भारतीय राजनीति के बारे में कही थीं।
बता दें इस सम्मान की घोषणा के बाद से ही बॉलीवुड के कई बड़े सेलेब्स जावेद अख्तर को अवॉर्ड के लिए बधाइयां देने लगे थे।