मुंबई। नागरिकता संशोधन कानून (CAA ) , NRC और NPR के विरोध में रविवार को मुंबई के आजाद मैदान में बड़ा शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है। इसकी घोषणा जमीअत उलमा ए हिंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की है। यह शक्ति प्रदर्शन मुंबई के आजाद मैदान में एक मीटिंग के रूप में किया जाएगा। देश भर से मुस्लिम समुदाय के लोग इसमे बड़े संख्या में शामिल होंगे।
मौलाना अरशद मदनी ने CAA का कड़ा विरोध करते हुए इसे ‘नफरत की मिसाइल’ का नाम दिया
मीडिया से बात करते हुए जमीअत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इस मीटिंग के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने नागरिकता कानून (CAA ) का कड़ा विरोध करते हुए इसे ‘नफरत की मिसाइल’ का नाम दिया है। मौलाना ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और ग्रह मंत्री अमित शाह CAA,NRC और NPR के जरिए देश के मुसलमानों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी से राज्य में मीटिंग करने की इजाजत मांगी थी, तो हमें जानबूझकर अनुमति नहीं दी गई और इसीलिए हमें मुंबई का रुख करना पड़ा
मौलाना ने आरोप लगाया कि यह सरकार पिछले कई साल से देश में हमारे खिलाफ नफरत के बीज बो रही है। इसका साफ प्रमाण है कि जब हमने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राज्य में मीटिंग करने की इजाजत मांगी थी। तो हमें जानबूझकर अनुमति नहीं दी गई और इसीलिए हमें मुंबई का रुख करना पड़ा है।
स्टीवन स्पीलबर्ग की बेटी बनी पॉर्न स्टार, बोली- पिता ने करियर चुनाव में दिया साथ
23 फरवरी को मुंबई में हमारी जनरल बॉडी मीटिंग होगी, जिसमें देश भर से मुसलमान इसमे शामिल होंगे
उन्होंने कहा कि महारष्ट्र सरकार से हमें (जमीअत उलमा ए हिंद) आजाद मैदान में मीटिंग करने की इजाजत मिली है। इसलिए 23 फरवरी को मुंबई में हमारी जनरल बॉडी मीटिंग होगी, जिसमें देश भर से मुसलमान इसमे शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी केंद्र सरकार से इतनी सी मांग है कि इस देश विरोधी कानून की वापस लिया जाए। मीटिंग में इसी मुद्दे पर चर्चा होगी। अगर सरकर नहीं मानती है तो हम देखेंगे।