नई दिल्ली। आयकर अधिकारियों ने गुरुवार को बेंगलुरु सहित कर्नाटक के कई स्थानों पर छापेमारी की। ये छापेमारी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के पूर्व निजी सहायक (पीए) उमेश के कई करीबियों के घरों और कार्यालयों में हुई। दरअसल उमेश के पास अघोषित संपत्ति की सूचना मिलने के बाद ये कार्रवाई की गई।
सूत्रों के मुताबिक छापेमारी का मुख्य निशाना सिंचाई विभाग के ठेकेदार थे जो उमेश के करीबी माने जा रहे हैं। इसके अलावा आयकर अधिकारियों ने कुछ चार्टर्ड एकाउंटेंट के घरों और कार्यालयों पर भी छापेमारी की। जानकरी के मुताबिक उमेश के आवास सहित 10 स्थानों पर भी छापेमारी की गई है। सूत्रों ने कहा कि बेंगलुरू, बगलकोट, बेलगावी, विजयपुरा और दावणगेरे में 50 से अधिक स्थानों पर छापे मारे गए है।
येदियुरप्पा के परिवार पर भी पहुंच सकती है छापेमारी की आंच
बीएस येदियुरप्पा जब मुख्यमंत्री थे, तब उमेश उनके पर्सनल असिस्टेंट हुआ करते थे। जानकारी के मुताबिक, इस छापेमारी की आंच येदियुरप्पा के परिवार तक भी पहुंच सकती है।
उमेश पहले एक बस कंडक्टर थे। शिमोगा भाजपा नेता अयानूर मंजूनाथ के संपर्क में आने के बाद वह राजनीति में आए और उनके पर्सनल असिस्टेंट बने। बाद में उन्होंने येदियुरप्पा के बेटे और शिमोगा के सांसद बीवाई राघवेंद्र के सहायक के रूप में काम किया। येदियुरप्पा के हालिया कार्यकाल के दौरान, उमेश ने मुख्यमंत्री कार्यालय में पीए के रूप में कार्य किया। वह कथित तौर पर येदियुरप्पा के दूसरे बेटे, बीवाई विजयेंद्र के भी करीबी हैं।
सूत्रों के अनुसार, उमेश ने सिंचाई के ठेके संभाले और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में स्थित बड़े ठेकेदार उनके करीबी थे। उनपर करोड़ों के कॉन्ट्रैक्ट में हेरफेर का आरोप है। उन्होंने कथित तौर पर कटौती के बदले सैकड़ों करोड़ के बड़े कॉन्ट्रैक्ट ‘फिक्स’ किए। अधिकारियों ने कहा कि छापेमारी कावेरी सिंचाई निगम और कृष्णा सिंचाई निगम में कॉन्ट्रैक्ट ‘फिक्सिंग’ में उनकी कथित संलिप्तता पर केंद्रित हैं।