राष्ट्रीय डेस्क. कोरोना महामारी के बीच इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) एक बार फिर अंतरिक्ष में झंडे गाड़ने जा रहा है. ISRO आज शनिवार को दोपहर 3:02 मिनट पर PSLV-C49 के जरिए 10 उपग्रहों को लॉन्च करने वाला है. इसमें से 9 अंतरराष्ट्रीय उपग्रह हैं, जबकि एक भारत का अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट (EOS-01) है. रॉकेट लॉन्च के लिए 26 घंटे की उल्टी गिनती शुक्रवार दोपहर को शुरू हो गई थी. श्रीहरिकोटा रॉकेट पोर्ट से आज इन 10 उपग्रहों वाले रॉकेट को लॉन्च किया जाना है.
CM योगी के निर्देश पर वापस होगा 896 पुलिसकर्मियों के पदावनत का आदेश
भारत का पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल अपने 51वें अभियान में अन्य देशों के नौ सैटेलाइटों के साथ भारत के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह EOS-01 को लॉन्च करेगा. ईओएस-01 अर्थ ऑब्जरवेशन रिसेट सैटेलाइट का ही एक एडवांस्ड सीरीज है. इसमें सिंथेटिक अपर्चर रडार (एसएआर) लगा है, जो किसी भी समय और किसी भी मौसम में पृथ्वी पर नजर रख सकता है.इस सैटेलाइट के जरिए हर समय देश की सीमाओं की निगरानी की जा सकेगी. नौ विदेशी उपग्रह जो आज लॉन्च होंगे उनमें लिथुआनिया (1-प्रौद्योगिकी डेमन्स्ट्रेटर), लक्समबर्ग (क्लेओस स्पेस द्वारा 4 मैरीटाइम एप्लीकेशन सैटेलाइट) और यूएस (4-लेमुर मल्टी मिशन रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट) शामिल हैं.
कोरोना के बीच मार्च से सभी अंतरिक्ष गतिविधियों पर खासा असर पड़ा है. एजेंसी अगले महीने तक अपने नए रॉकेट स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी) या मिनी-पीएसएलवी के बहुप्रतीक्षित परीक्षण के लिए भी तैयार है. इससे पहले इसरो ने RISAT-2BR1 को PSLV C48 के जरिये प्रक्षेपित किया था. उसके बाद, जनवरी 2020 में, GSAT-30 संचार उपग्रह को एरियन -5 वीए -251 पर लॉन्च किया गया था.
इसरो को 5 मार्च 2020 को GISAT -1 ऑनबोर्ड जीएसएलवी-एफ 10 के लॉन्च करना था, जिसे तकनीकी मुद्दों के कारण स्थगित कर दिया गया था. PSLV C49 लॉन्च के तुरंत बाद ISRO PSLV C50 के माध्यम से अपने बहुप्रतीक्षित GSAT-12R उपग्रह को लॉन्च करेगा और फिर GISAT-1 सैटेलाइट को GSLV रॉकेट के ज़रिये प्रक्षेपित किया जाएगा.
कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का यह इस साल का पहला अंतरिक्ष मिशन है.स्पेस एजेंसी ने कहा कि COVID-19 की वजह से लॉन्च व्यू गैलरी इस लॉन्च के दौरान बंद हो जाएगी.