अमरावती। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी 51 का प्रक्षेपण किया है। इसमें ब्राजील के भी कई उपग्रहों का प्रक्षेपण किया गया है। इस मौके पर इसरो (ISRO) प्रमुख के सिवन ने कहा कि एनएसआईएल का यह पहला वाणिज्यिक मिशन है। मौके पर मौजूद ब्राजील के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि भारत और ब्राजील भविष्य में इसी तरह एक साथ काम करते रहेंगे।
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से इसरो पीएसएलवी-सी 51 (PSLV-c-51) का प्रक्षेपण कर इतिहास रच दिया है। इसरो ने करीब 25 घंटे पहले इसका काउंटडाउन शुरू किया था। पीएसएलवी-सी 51 (PSLV-c-51) कई मायनों में ऐतिहासिक प्रक्षेपण है। सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा कि ब्राजील के द्वारा डिजाइन और इंटीग्रेटेड पहले उपग्रह का सफल प्रक्षेपण करने पर इसरो गौरवान्वित और सम्मानित है। उन्होंने ब्राजील की टीम को मिशन की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
इसरो(ISRO) ने एक बयान में कहा कि पीएसएलवी-सी51 ने 18 अन्य उपग्रहों को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है।
श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी 51 का सफल प्रक्षेपण
सिवन ने कहा कि उपग्रह बेहतर ढंग से काम कर रहा है। उन्होंने उपग्रह के भविष्य को लेकर भी शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर ब्राजील के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री एमसी पोंटेस (Pontes) ने भी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ब्राजील इस उपग्रह पर लंबे समय से काम कर रहा था। उन्होंने इसरो वैज्ञानिकों और ब्राजील की टीम की कड़ी मेहनत की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आज का दिन ब्राजील की उपग्रह इंडस्ट्री में एक नए युग की शुरुआत का है। उन्होंने कहा कि इसरो के साथ ब्राजील आगे भी काम करता रहेगा।
पूर्व एस्ट्रॉनॉट रह चुके पोंटेस ने कहा कि भारत और ब्राजील वर्तमान में जो भी कर रहे हैं, इस कड़ी में आज की सफलता दोनों देशों की साझेदारी को और मजबूत करेगा। उन्होंने राष्ट्रपति बोलसोनारो की ओर से कहा कि भारत और ब्राजील एक साथ काम करेंगे और भविष्य में भी सफलता हासिल करते रहेंगे।
इससे पहले शनिवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने बताया कि पीएसएलवी-सी51 पीएसएलवी का 53वां मिशन है। इस रॉकेट के जरिए ब्राजील के अमेजोनिया-1 उपग्रह के साथ 18 अन्य उपग्रह भी अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे।
पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) सी51/अमेजोनिया-1 इसरो की वाणिज्य इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) का पहला समर्पित वाणिज्यिक मिशन है।
अमेजोनिया-1 के बारे में बयान में बताया गया है कि यह उपग्रह अमेज़न क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के क्षेत्र में विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ संवेदी आंकड़े मुहैया कराएगा तथा मौजूदा ढांचे को और मजबूत बनाएगा।
इसरो (ISRO) प्रमुख के सिवन ने शनिवार को आंध्र प्रदेश के श्री कालहस्ती मंदिर ने पूजा अर्चना की थी। दर्शन के बाद मंदिर की तरफ से उन्हें प्रसाद भेंट किया गया। भगवान शिव के दर्शन करने के बाद इसरो चेयरमैन ने कहा कि वह 28 फरवरी को PSLV-C51 रॉकेट के लॉन्च के लिए भगवान शिव और देवी का आशीर्वाद लेने आए थे।