कोरोना पर चर्चा के दौरान संसद में सरकार की तरफ से कहा गया था कि ऑक्सिजन की कमी से देश में किसी की भी मौत नहीं हुई। सरकार के इस बयान की देशभर में आलोचना हो रही है, वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार ने इस मुद्दे पर एक बार फिर सरकार को घेरा है। रवीश कुमार ने लिखा कि इस सरकार के लिए झूठ ही ऑक्सीजन है। जिसकी कभी कमी नहीं थी और अब तो गंगा ही बह रही है।
उन्होंने लिखा- सरकार की बात यह बता रही कि उसकी निगाह में जनता कोई नहीं, सरकार जो कहेगी जनता वही सोचेगी। रवीश कुमार ने आगे लिखा कि एक दिन सरकार कह देगी कि कोई मरा ही नहीं और लोग मान लेंगे, मृत्यु तो ईश्वर के हाथ में है। ईश्वर दोषी है। मोदी जी निर्दोष हैं।
रवीश ने पूछा, “क्या आप बिल्कुल ऐसे किसी को नहीं जानते जो दूसरी लहर के समय ऑक्सीजन के लिए मारे-मारे फिर रहे थे, या बिल्कुल ऐसे किसी को नहीं जानते जिनकी मौत अस्पताल के भीतर ऑक्सीजन की सप्लाई ठप्प हो जाने के कारण हुई? फिर सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन सिलेंडर और बेड मांगने वाले वो लोग कौन थे?”
उन्होंने तंज कसा, “संसद में मोदी सरकार की स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ प्रवीण भारती पवार के एक जवाब ने आप सभी को फेक न्यूज़ में बदल दिया है। पहले फेक न्यूज़ ने आपको बदला और अब आपको ही फेक न्यूज़ में बदल दिया गया है। ”
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उन्होने कहा कि बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 12 लोगों के मरने की खबर सिर्फ अख़बार की खबर नहीं थी, जो रद्दी में बदल गई। जिन 12 लोगों की मौत तड़पकर हुई थी उनके परिजन आज भी सिसक रहे हैं। जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो जाने से 25 लोगों की मौत की खबर आज भी परिजनों के ज़हन में गूंज रही है। गंगाराम अस्पताल में भी 25 लोगों के ऑक्सीजन की कमी से मरने की ख़बर आई थी।