database

तकनीक के क्षेत्र में बेंगलुरू और हैदराबाद को टक्कर देगा उत्तर प्रदेश

256 0

लखनऊ । योगी सरकार (Yogi Government) उत्तर प्रदेश को तकनीक के क्षेत्र में बेंगलुरू और हैदराबाद के समकक्ष लाने के लिए तेजी से प्रयास कर रही है। इसके लिए उत्तर प्रदेश में डाटा पार्क्स (Data Parks) से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है। हाल ही में संपन्न हुई ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से प्रदेश में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में 90 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का भूमि पूजन हुआ है। यह जीबीसी के जरिए धरातल पर उतारी गईं कुल 10 लाख करोड़ की परियोजनाओं का 8 प्रतिशत से ज्यादा है। इसके जरिए उत्तर प्रदेश में एनआईडीपी डेवलपर्स, टाटा टेक्नोलॉजीज, एसटीटी ग्लोबल डेटा सेंटर और जैक्सन लिमिटेड जैसे बड़े समूह कई बड़ी परियोजनाओं की शुरुआत कर रहे हैं।

डाटा सेंटर्स (Data Centers) के क्षेत्र में निवेश की बहार

डाटा दिग्गज कंपनी योट्टा 30,000 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है, जिसके माध्यम से एक कैपिटल इंटेंसिव डाटा सेंटर पार्क (Data Center Parks) स्थापित कर किया जा रहा है जो 2160 व्यक्तियों को रोजगार देगा। यह हीरानंदानी समूह के सम्मानित अंब्रेला ग्रुप के तहत संचालित है। इसी तरह, एसटीटी ग्लोबल डाटा सेंटर्स इंडिया प्रा. लि. 1850 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। इस राशि से एक डाटा सेंटर स्थापित किया जा रहा है जो 160 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करेगा। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण और संचालन शामिल है, जो मांग, नीति समर्थन और व्यवहार्यता के अधीन है।

इसके अतिरिक्त, वेब वर्क्स वर्तमान में नोएडा में 500 करोड़ रुपए के महत्वपूर्ण निवेश के साथ एक अत्याधुनिक डेटा सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया में है। इसक जरिए 220 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। भारतीय ऊर्जा और इंजीनियरिंग कंपनी जैक्सन ग्रुप भी यीडा क्षेत्र में एक डाटा सेंटर पार्क स्थापित कर रही है। यह परियोजना 1560 करोड़ रुपए की है, जिससे 250 लोगों को रोजगार मिलेगा। कंपनी डीजल जनरेटर सेट और सौर पीवी मॉड्यूल बनाती और बेचती है। जैक्सन भारत-पावरजेन और डिस्ट्रिब्यूशन, सोलर, ईपीसी और रक्षा में चार प्रमुख व्यवसायों का संचालन करता है।

एआई और मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग परियोजनाओं की भी शुरुआत

उत्तर प्रदेश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) क्रांति लाते हुए, एडवर्ब इकोटेक ग्रेटर नोएडा में स्वचालित रोबोट और सामग्री हैंडलिंग प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए एक सुविधा स्थापित करने हेतु 500 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है। यह परियोजना 2000 व्यक्तियों के लिए रोजगार पैदा करने के लिए निर्धारित है। इसी तरह, एक प्रमुख भारतीय बहुराष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज नोएडा के सेक्टर -151 में इलेक्ट्रॉनिक्स/मोबाइल विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए 650 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। इस परियोजना से लगभग 4000 नौकरियां पैदा होंगी।

मुख्यमंत्री साय की पहल से लौटी राजिम कुंभ कल्प की भव्यता

इसके साथ ही, टाटा टेक्नोलॉजीज उत्तर प्रदेश में 4174 करोड़ रुपए के निवेश के साथ लगभग 150 सरकारी आईटीआई की स्थापना कर रहा है, जिससे 450 नौकरियां पैदा हो रही हैं। इसके अलावा,बालाजी आईटी पार्क्स प्रा. लि., एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्रा. लि., जेट टाउन इंडिया प्रा. लि., वर्ल्ड इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्रा. लि., ओपन एडवांस्ड टेक्नोलॉजी एलएलपी, माउंटेन व्यू टेक्नोलॉजीज प्रा. लि., महावीर ट्रांसमिशन प्रा. लि., हाईफ्लो इंडस्ट्रीज प्रा. लि., वेस्टवे इलेक्ट्रॉनिक्स लि., बुसंग टेप एंड फिल्म इंडिया प्रा. लि., कैपिटल पावर सिस्टम्स लि.और पेटीएम जैसे समूह भी निवेश कर रहे हैं।

Related Post

शरद पवार

उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे, बनी सहमति : शरद पवार

Posted by - November 22, 2019 0
मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी के बीच जारी आखिरी दौर की बैठक खत्म हो गई है। एनसीपी…

किसी भी कार्य को अच्छे मन से किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है : राठौर

Posted by - October 11, 2021 0
शाहजहांपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री, अध्यक्ष प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड  जेपीएस राठौर (JPS Rathore) ने अपने पैतृक गांव मोहनपुर…