नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र ने भारत की सिफारिश को मानते हुए 15 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाने की घोषणा की है। बता दें कि भारत करीब चार साल पहले इसका प्रस्ताव रखा था। मिलान शहर में अंतर्राष्ट्रीय खाद्य और कृषि संगठन के अंतर सरकारी समूह की हुई बैठक में यह प्रस्ताव भारत ने पेश किया था।
अभी तक चाय उत्पादन करने वाले देश ही International Tea Day मनाते थे
बता दें कि इससे पहले भारत की सिफारिश पर ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की भी घोषणा हुई थी। बता दें कि अभी हर साल 15 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता था, लेकिन चाय उत्पादन करने वाले देश ही इसको मनाया करते थे।
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संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपनी अधिसूचना में कहा कि हम विश्व की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में चाय के योगदान को लेकर दुनिया को जागरूक करना चाहते हैं, ताकि 2030 के सतत विकास से जुड़े लक्ष्यों को पूरा किया जा सके। सयुंक्त राष्ट्र का मानना है कि 15 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित करने से इसके उत्पादन और खपत बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही यूएन महासभा ने चाय के औषधीय गुणों के साथ सांस्कृतिक महत्व को भी मान्यता दी है।
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संयुक्त राष्ट्र ने सभी सदस्य देशों, अंतरराष्ट्र्रीय और क्षेत्रीय संगठनों से अपील की International Tea Day मनाएं
संयुक्त राष्ट्र ने सभी सदस्य देशों, अंतरराष्ट्र्रीय और क्षेत्रीय संगठनों से अपील की है कि वह हर साल 15 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस मनाएं। इस दौरान ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में चाय की अहमियत समझाने वाले कार्यक्रम कराए जाएं। अंतराष्ट्रीय चाय दिवस के लिए दिसंबर का महीना इसलिए चुना गया, क्योंकि चाय उत्पादन के लिए यह महीना सबसे बेहतर माना जाता है।