लखनऊ। अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम का भव्य और दिव्य मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। अगले साल के प्रथम माह में इसका लोकार्पण प्रस्तावित है। निश्चत तौर पर मंदिर के आम लोगों के लिए खुल जाने पर यहां पर्यटकों का आगमन बढ़ना तय है। प्रदेश सरकार का अनुमान है कि मंदिर खुलने के साथ ही न सिर्फ प्रदेश से बल्कि पूरे देश और दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होगा।
ऐसे में योगी सरकार की मंत्रिपरिषद ने अयोध्या (Ayodhya) में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके लिए सरकार कुल मिलाकर 465 करोड़ रुपए की राशि खर्च करेगी। इसके अंतर्गत एनएच 27 से नया घाट पुराने पुल तक धर्मपथ के 2 किमी. तक चौड़ीकरण विस्तारीकरण की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इसमें 65 करोड़ का खर्च आएगा।
वहीं, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग 9.02 किलोमीटर के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा अयोध्या में 14 कोसीय परिक्रमा मार्ग 23.943 किमी को फोर लेन में परिवर्तित करने के लिए 200 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में सुग्रीव का किला, अशर्फी भवन, देवकली छोटी, नागेश्वर धाम, स्वंयवेश्वर नाथ, दंतधवन कुंड, जानकी कुंड, मौनी बाबा आश्रम, सीता कुंड, दशरथ कुंड में फ्लोरिंग, टॉयलेट, विश्रामघर, चाहरदिवारी, गेट, साइनेज, स्तंभ, हॉर्टीकल्चर, विद्युतिकरण का कार्य भी कराया जाएगा। मंत्रिपरिषद् ने इसके प्रस्ताव को स्वीकृत किया है।
चार विश्वविद्यालयों को आशय पत्र जारी
अयोध्या के अलावा मंत्रिपरिषद ने रायबरेली में एम्स के निर्माण को देखते हुए यहां रायबरेली दलमऊ फतेहपुर मार्ग को 700 मीटर तक फोर लेन में परिवर्तित करने का भी निर्णय लिया है। ऐसा एम्स के लिए कनेक्टिविटी को दुरुस्त करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।