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आम जनता पर महंगाई की मार! सब्जियों के बढ़े दामों ने बिगाड़ा किचन का बजट

नई दिल्ली। त्योहारी सीजन में सब्जियों के दामों में उछाल आया है। सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी होने से घर का बजट बिगड़ गया है। साथ ही, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का असर सब्जी-भाजी पर भी दिखाई दे रहा है। दिल्ली एनसीआर स्थित गाजीपुर मंडी में भी सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर हैं। वहीं इसका एक कारण बारिश के चलते फंसलों का प्रभावित होना और कम आपूर्ति भी माना जा रहा है।

वहीं, इस मामले में एक सब्जी विक्रेता ने कहा कि, ईंधन की कीमतों में हो रही वृद्धि का असर सब्जीयों की कीमतों पर पड़ रहा है। वहीं बारिश से भी सब्जियों की कीमतें प्रभावित हुई हैं। बाजार में मांग की तुलना में आपूर्ति कम है. उन्होंने बताया, यहां मंडी में प्याज की कीमत 40-48 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच है। जबकि, आलम ये है कि प्याज और टमाटर मंडी में 40-50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है।

भारत के कई राज्यों में बारिश के कारण मंडी में सब्जियों की आवक कम हो गई है। सब्जियों की आपूर्ति कम होने से से प्याज, टमाटर, पत्तेदार सब्जियां, आलू के दाम में भारी उछाल आया है। अगर साग की बात की जाए तो दिल्ली के विभिन्न मार्केट में बथुआ की भाजी 300 रुपये किलो तक बिक रही है जबकी पालक 50 से 70 रुपये किलो बिक रही है। वहीं मैथी की भाजी 100 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है। वहीं जानकारों के मुताबिक, पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट महंगा हुआ है। इसके चलते सब्जियों के दामों में 20 से 30 फीसदी की वृद्धि हुई है।

साथ ही, ओखला मंडी में एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि, परिवहन और टोल शुल्क में वृद्धि के कारण भी सब्जियों की कीमतें बढ़ गई हैं। उन्होंने बताया, हम 200-400 रुपये प्रति ‘ढाड़ी’ (5 किलो) के बीच भुगतान कर रहे हैं। पत्तेदार सब्जियों, टमाटर, प्याज, आलू के दाम भी बढ़ गए हैं।

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