नई दिल्ली: भारतीय विमानन उद्योग (Indian aviation industry) के इतिहास में पहली बार, इंडिगो (IndiGo) देश में स्वदेशी नेविगेशन प्रणाली गगन का उपयोग करके विमान उतारने वाली देश की पहली एयरलाइन बन गई। IndiGo इसे हासिल करने वाला भारत एशिया प्रशांत क्षेत्र का पहला देश है। गुरुवार को जारी एक बयान के अनुसार, उड़ान एटीआर-72 विमान का उपयोग करके आयोजित की गई और बुधवार सुबह राजस्थान (Rajasthan) के किशनगढ़ हवाई अड्डे (Kishangarh Airport) पर जीपीएस-एडेड जियो-ऑगमेंटेड नेविगेशन (GAGAN ) का उपयोग करके उतरी।
IndiGo का बयान
इंडिगो द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि गगन को केंद्र द्वारा संचालित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। इसका उपयोग पार्श्व और ऊर्ध्वाधर मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए किया जाता है जब कोई विमान लैंडिंग के लिए रनवे के पास आ रहा होता है। इसकी सटीकता छोटे हवाई अड्डों पर विशेष रूप से उपयोगी है जहां उपकरण लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) स्थापित नहीं किया गया है।
For the first time in the history of the Indian aviation industry, IndiGo has successfully completed an LPV (Localizer Performance with Vertical Guidance) approach on its ATR aircraft using the indigenous Gagan Satellite to land at @aaiksgairport , Rajasthan. @DGCAIndia pic.twitter.com/oiDY4gBbD1
— IndiGo (@IndiGo6E) April 28, 2022
इंडिगो की लखनऊ से आगरा की सीधी उड़ान सेवा मार्च से
IndiGo हवाई यात्रा में
बयान में कहा गया है, “भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र में, गगन हवाई क्षेत्र का आधुनिकीकरण करेगा, उड़ान में देरी को कम करेगा, ईंधन की बचत करेगा और उड़ान सुरक्षा में सुधार करेगा।” नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 1 जुलाई, 2021 के बाद भारत में पंजीकृत सभी विमानों को गगन उपकरण से लैस करने का आदेश जारी किया है।