नई दिल्ली: भारतीय बजट वाहक स्पाइसजेट (SpiceJet) ने गुरुवार को घोषणा की कि वह उच्च ईंधन लागत और कमजोर रुपये का मुकाबला करने के लिए किराए में 15% की वृद्धि कर रही है। कंपनी ने कहा कि ये दो कारक परिचालन की लागत को अस्थिर बना रहे हैं। एयरलाइन (Airline) के प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने एक बयान में कहा, “जून 2021 के बाद से विमानन टरबाइन ईंधन (Aviation turbine fuel) की कीमतों में 120 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है। यह भारी वृद्धि टिकाऊ नहीं है।” सिंह ने संघीय और राज्य सरकारों से करों में कटौती करने को भी कहा। सिंह के कमेंट के बाद स्पाइसजेट (SpiceJet) के शेयरों में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई।
सिंह ने कहा कि डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा की गिरावट भी उन एयरलाइनों को “काफी” प्रभावित कर रही है जिनकी पर्याप्त लागत है जो अमेरिकी मुद्रा में अंकित हैं या आंकी गई हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि संचालन की लागत को बेहतर बनाए रखने के लिए किराए में कम से कम 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी जरूरी है।’ उन्होंने आगे कहा कि ईंधन एक एयरलाइन की परिचालन लागत का 50% से अधिक बनाता है।
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इस बीच, रुपया इस सप्ताह डॉलर के मुकाबले 78.28 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया, जो इस साल लगभग 5% की गिरावट है। फरवरी में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से कच्चे तेल और कमोडिटी की कीमतों में वृद्धि ने वैश्विक स्तर पर उपभोक्ता कीमतों को बढ़ा दिया है।