लखनऊ। राजधानी लखनऊ में पांच दिवसीय रक्षा प्रदर्शनी ‘डिफेंस एक्सपो-2020’ का शनिवार शाम को औपचारिक समापन हो गया। हालांकि आम जनता को देखने के लिए प्रदर्शनी रविवार अपराह्न डेढ़ बजे तक खुली रहेगी। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच फरवरी को इसका उद्घाटन किया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो के इस 11वें संस्करण का आयोजन शानदार रहा
समापन समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस एक्सपो के इस 11वें संस्करण का आयोजन शानदार रहा है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन एक शंखनाद के रुप में रहा। इसके माध्यम से भारतीय सेना ने पूरी दुनिया का बता दिया कि आने वाले दिनों में रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में भारत पूरी दुनिया में एक बड़ी हस्ती होकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि डिफेंस एक्सपो 2020 ने देश के शौर्य पराक्रम को नजदीक से देखने का अवसर प्रदान किया
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि डिफेंस एक्सपो 2020 ने देश के शौर्य पराक्रम को नजदीक से देखने का अवसर प्रदान किया है। यह हमेशा के लिए स्वर्णिम याद बनकर रहेगा। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन को उप्र की राजधानी लखनऊ में आयोजित कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्रालय से जुड़े सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
श्रीलंका के पीएम राजपक्षे बाबा विश्वनाथ का नौ फरवरी को करेंगे दर्शन
इससे पूर्व देश के रक्षा सचिव डा. अजय कुमार ने बताया कि इस आयोजन में तीन हजार विदेशी और दस हजार भारतीय प्रतिनिधियों की भागीदारी रही। उन्होंने बताया कि डिफेंस एक्सपो में चार दिन के अंदर 12 लाख से अधिक लोगों ने भारतीय सेना के शौर्य का नजारा देखा।
200 से अधिक हुए करार, 13 उत्पादों की लांचिंग, 18 कंपनियों को ट्रांसफर हुई टेक्नोलॉजी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच फरवरी को डिफेंस एक्सपो के 11वें संस्करण का उद्घाटन किया था। इस प्रदर्शनी में 70 से ज्यादा देशों की 1028 कंपनियां अपने उत्पादों और तकनीकों का प्रदर्शन कर रही हैं। इनमें 856 भारतीय और 172 विदेशी कंपनियां हैं। इस पांच दिवसीय डिफेंस एक्सपो में रक्षा सौदों से जुड़े तकरीबन 200 से ज्यादा सहमति पत्र (एमओयू) हस्ताक्षरित हुए। इस आयोजन का सबसे बड़ा फायदा उत्तर प्रदेश से गुजरने वाले डिफेंस कॉरिडोर को मिला।
सर्वाधिक फायदे में रहा उप्र, डिफेंस काॅरिडोर के लिए हुए 23 अनुबंध
इस काॅरिडोर के लिए कुल 23 अनुबंध हस्ताक्षरित हुए। इसके तहत उप्र में 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा। डिफेंस एक्सपो में 13 रक्षा उत्पादों की लांचिंग भी की गयी। साथ ही साथ ही तकनीकों के हस्तांतरण के 18 अनुबंध हुए। समापन कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्री सतीश महाना, मुख्य सचिव आरके तिवारी, पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी समेत भारत सरकार और प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।