नई दिल्ली। मयंक अग्रवाल के दमदार (243) दोहरे शतक और मोहम्मद शमी की बेहतरीन गेंदबाजी की। मोहम्मद शमी ने 3 और 4 विकेट की बदौलत भारत ने तीसरे ही दिन पहले टेस्ट में बांग्लदेश को एक पारी और 130 रन से हरा दिया। इसके साथ टीम इंडिया ने दो मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है।
यह भारत की लगातार छठी टेस्ट जीत है। यह लगातार आठवां मौका भी है, जब इंदौर का होलकर स्टेडियम भारतीय टीम की जीत का गवाह बना। साथ-साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अव्वल चल रही टीम इंडिया ने अपनी बादशाहत और मजबूत कर ली है। इस जीत के साथ विराट कोहली सर्वाधिक 10 बार एक पारी से विरोधियों को मात देने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बन गए।
इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज करते हुए बांग्लादेश की टीम 150 रन पर ढेर हो गई। जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी छह विकेट पर 493 रन पर घोषित की। भारत के 493 रन के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में 213 रन पर सिमट गई और मैच हार गई। भारत ने यह मुकाबला तीसरे ही दिन अपने नाम कर लिया।
बांग्लादेश की दूसरी पारी
दूसरी पारी में बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही। 16 रन के स्कोर पर बांग्लादेश अपने दोनो ओपनर्स गंवा चुका था। इमरुल काएस (6) को उमेश यादव और शादमान इस्लाम (6) को इशांत शर्मा ने बोल्ड कर पवेलियन लौटाया। 44 रन के स्कोर पर तक पहुंचते-पहुंचते बांग्लादेश मोहम्मद मिथुन (18) और मोमिनुल हक (7) को शमी के हाथों गंवा चुका था।
मिथुन एक छोर पर टिके हुए थे और 18 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन उनके पास भी शमी की दमदार गेंद का कोई जवाब नहीं था। महमूदुल्लाह शमी का तीसरा शिकार बने। इसके बाद अश्विन ने लिटन दास (35) को पवेलियन लौटाया तो ड्रिंक्स के तुरंत बाद उमेश यादव ने मेहदी हसन मिराज को क्लीन बोल्ड कर बांग्लादेश को सातवां झटका दिया।
यह मयंक के टेस्ट करियर का दूसरा दोहरा शतक था। अग्रवाल ने पिछले महीने विशाखापट्टनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में 215 रन की पारी खेली थी। यह उनके करियर का पहला दोहरा शतक था। अग्रवाल ने इस मैच में 371 गेंदों का सामना किया जिनमें 23 चौके और 6 छक्के लगाए।
मयंक हालांकि भाग्यशाली रहे और 31 के निजी स्कोर पर उन्हें एक जीवनदान भी मिला। इमरूल कायेस ने जाएद की गेंद पर पहली स्लीप में मयंक का कैच छोड़ दिया। गुरुवार को भारत ने अपने पहले दिन के स्कोर 86/1 से खेलना शुरू किया। चेतेश्वर पुजारा अपने टेस्ट करियर का 23वां अर्धशतक पूरा कर पवेलियन लौट गए, उन्हें अबु जाएद ने सैफ हसन के हाथों कैच आउट कराया।
मोमिनुल हक का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला उस वक्त गलत साबित हुआ, जब 30 रन पर ही उनके तीन खिलाड़ी पवेलियन लौट गए। टीम अंत तक उबर नहीं पाई। बांग्लादेश के लिए मुश्फिकुर रहीम ने सबसे ज्यादा 43 रन बनाए। उनके अलावा कप्तान मोमिनुल हक ने 37, लिटन दास ने 21 और मोहम्मद मिथुन ने 13 रन का योगदान दिया।
मेहमान टीम का और कोई बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाया। भारत की ओर से तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने सर्वाधिक तीन विकेट चटकाए। उनके अलावा ईशांत शर्मा, उमेश यादव और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट लिए। अश्विन ने इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में अपने 250 विकेट भी पूरे कर लिए है।
अश्विन ने घरेलू मैदान पर सबसे तेज 250 विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन की बराबरी कर ली। दोनों स्पिनर ने 42 टेस्ट में यह कारनामा किया। अश्विन ने इस मामले में भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले (41 टेस्ट) को पीछे छोड़ दिया।