लखनऊ। यूपी एटीएस ने अवध टेलीफोन एक्सचेंस (Illegal telephone exchange) से अंतर्राष्ट्रीय कॉल कराने गिरोह का भण्डाफोड़ कर गिरोह के दो सदस्यों को नोएडा से गिरफ्तार किया है। ये गिरोह सिमबॉक्स से इंटरनेशनल कॉल कराता था। इसमें वे अंतर्राष्ट्रीय कॉल को सामान्य वॉयस कॉल में परिवर्तित करते थे।
एटीएस के चीफ जीके गोस्वामी ने बताया कि आतंकवाद निरोधक दस्ते को विभिन्न माध्यम से सूचना मिल रही थी कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा क्षेत्र में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित किया जा रहा है जिसके माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय वीओआईपी कॉल्स को वॉयस कॉल्स में परिवर्तित कर भारतीय अर्थव्यवस्था को क्षति पहुँचायी जा रही है, जिससे भारत सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व की हानि हो रही है।
इस सूचना को विकसित करते हुये सूचना संकलन के क्रम में नोएडा सेक्टर -153 में स्थित मॉल में छठी मंजिल पर शॉप नंबर-10 में आल सेल्युशन सर्विस के नाम से अवैध एक्सचेंज संचालित होने की सूचना की पुष्टि हुई जिस पर यूपी एटीएस ने डिपार्टमेंट आफ टेलीकॉम तथा जनपद पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्यवाही करते हुये छापेमारी कर इण्टरनेट गेटवे को बाईपास कर विदेश से आने वाली वीओआईपी कॉल्स को वॉयस कॉल्स में परिवर्तित करने वाले अवैध इन्टरनेट कालिंग रैकेट का भंडाफोड़ कर दो अभियुक्तों को सेक्टर -153 में स्थित मॉल से गिरफ्तार कर लिया गया। इस संबंध में एटीएस के थाना – नॉलेज में केस दर्ज किया गया है। इस एक्सचेंज के माध्यम से हुई कॉलों के सम्बन्ध में विस्तृत जांच की जा रही है।
एटीएस के आईजी ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों में अभय मिश्रा उर्फ आदित्य मूल निवासी 144 , सदर बाजार, निकट छोटा चौराहा, हरदोई और शम्स ताहिर खान उर्फ तुषार निवासी एन -12, व्यापारियाँ मोहल्ला, इस्लामपुर, झुनझुनू, राजस्थान हैं। ये दोनों नोएडा में फ्लैट लेकर रह रहे थे। पूछताछ में सामने आया है कि ये अपने वास्तविक नाम छिपाकर गलत नामों से यह कार्य करते थे ।
आईजी ने बताया कि अभियुक्तों द्वारा वोडाफोन कम्पनी से 100 चैनल का पीआरआई सर्वर लिया गया है तथा भारत सरकार की एजेंसी टीआरएआई द्वारा निर्गत नियमों का उल्लंघन कर वीओआईपी कॉल्स को वॉयस कॉल्स में अनाधिकृत रुप से बदलकर आर्थिक लाभ लिया जा रहा था, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंचाई जा रही थी। अभियुक्तों द्वारा ग्लोबल टेलीकॉम मार्केट में अपने धंधे की साख बढ़ाने हेतु फर्जी तरीके से वेबसाइटों की मदद एक आईपीजीएबी नेटवर्क लिमिटेड नामक बोगस कम्पनी लंदन, यू.के. के पते पर पंजीकृत करायी तथा वीओआईपी कॉल्स ट्रैफिक लेने व देने के लिये विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्स पर इसका विज्ञापन दिया गया है। अवैध इंटरनेट कॉलिंग में अभियुक्त सॉफ्टवेयर के माध्यम से विदेश की इन्टरनेट काल को वॉयस काल में बदल कर भारत के किसी भी नंबर पर बात कराते थे । जिसमे डिस्प्ले पर विदेशी नम्बर की जगह भारत का ही नम्बर दिखेगा। ऐसी कॉल गेटवे के माध्यम से नही आती है।