नई दिल्ली। आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में हेल्थकेयर सबसे बड़ा चिंता का विषय बन चुका है, लेकिन आए दिन भारत में हो रहे अविष्कारों से इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि हमारा देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में पीछे नहीं है।
बता दें कि भारत में हार्ट की बीमारी की समस्या को लेकर अक्सर लोग चिंतित रहते हैं। हार्ट की बीमारियों निपटने के लिए डॉक्टर भी मरीजों को जल्द से जल्द सही इलाज देने की कोशिश करते हैं, लेकिन कई बार बीमारी का पता देर में चलने के कारण मरीज की मौत भी हो जाती है।
हैदराबाद आईआईटी (IIT) ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जो हार्ट रोगियों के लिए साबित हो सकती है काफी फायदेमंद
इस बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए हैदराबाद आईआईटी (IIT) ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जो हार्ट रोगियों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। आईआईटी (IIT) हैदराबाद द्वारा तैयार डिवाइस से ईसीजी (ECG) को स्कैन कर लेगा। जिसके बाद डॉक्टर को काफी हद तक मदद मिल सकेगी।
डिवाइस से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVD) के खतरे का अंदाजा पहले ही डॉक्टर को हो जाएगा
ये डिवाइस मरीज की (ECG) रिपोर्ट को मॉनिटर कर पीड़ित और डॉक्टर दोनों को ही जानकारी देने का काम करेगी। इससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVD) के खतरे का अंदाजा पहले ही डॉक्टर को हो जाएगा। जिसके बाद डॉक्टर मरीज को जल्द से जल्द सही इलाज देने का काम कर सकता है। इस डिवाइस से CVD से पीड़ित लोगों की मौत की संख्या में भी कमी आएगी।
बीपी और हार्ट के बेहद घातक है सर्दी, रखें इन बातों का ध्यान
कार्डियोवैस्कुलर डिजीज हार्ट की बेहद गंभीर बीमारियों में से एक मानी जाती है। कार्डियोवैस्कुलर हार्ट डिजीज होने का मुख्य कारण है। कोलेस्ट्रोल के लेवल में बढ़ोतरी। इनमें कोरोनरी हृदय रोग (दिल के दौरे), केर्ब्रोवैस्कुलर रोग (स्ट्रोक), बढ़ा हुआ रक्तचाप (हाइपरटेंशन), जन्मजात हृदय रोग होना शामिल है।
वजन घटाने के लिए नियमित व्यायाम और साधारण खाना खाना चाहिए
मोटापा भी इन बीमारियों का एक प्रमुख कारण है। ऐसे में वजन घटाने के लिए नियमित व्यायाम और साधारण खाना खाना चाहिए। दिल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। ट्रीग्लिसीराइड भी कार्डियोवैस्कुलर रोग का एक कारण हो सकता है। सोया प्रोटीन लेने से शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ती है, इसे गुड कोलेस्ट्राल माना जाता है। यह कोलेस्ट्राल रक्त नलिकाओं से बुरे कोलेस्ट्राल को हटाने में मदद करता है।
जानें कार्डियोवैस्कुलर हृदय रोग के लक्षण
शरीर में सूजन।
चक्कर आना।
अत्यधिक पसीना आना।
तेजी से सांस लेना
त्वचा, होंठ और उंगलियों के नाखूनों में नीलापन
थकान, सांस में तकलीफ
सीने, जबड़े या बांह में दर्द हो
हृदय रोग से बचाव के उपाय
इस रोग से बचाव के लिए जरूरी है कि रोजाना व्यायाम करें। इसके अलावा सुबह सैर पर जाएं और योग करें जिससे आप स्वस्थ रह सकेंगे। जितना हो सके तनाव से बचें। सकारात्मक सोच रखें।