अच्छी सेहत के लिए गहरी नींद ( sleep) जरूरी है। एक सामान्य स्वस्थ्य इन्सान को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेना चाहिए। कई बार ठीक से नींद ( sleep) नहीं आती तो अगला दिन खराब हो जाता है। शरीर में ऊर्जा की कमी अनुभव होती है और काम में मन नहीं लगता है। अच्छी नींद इन्सान को तनाव मुक्त रखती है और जीवन शक्ति बनाए रखने में मदद करती है। इससे शरीर और दिमाग, दोनों को आराम मिलता है।
समय के साथ जीवन जीने का तरीका बदला है और आधुनिक लाइफस्टाइल का असर है कि आज के युवा पर्याप्त नींद नहीं ले पा रहे हैं। अच्छी नींद के लिए जरूरी नहीं कि नींद की गोली ही खाई जाए। कुछ घरेलू नुस्खे अपना कर अच्छी नींद हासिल की जा सकती है।
अच्छी नींद चाहिए तो चाय, कॉफी का सेवन कम कर दें। खासतौर पर रात में चाय या कॉफी न पीएं। इसके स्थान पर दूध पिया जा सकता है। अन्य तरह के नशों से भी दूर रहें। आयुर्वेद कहता है, दूध में जायफल मिला लिया जाए तो अच्छी नींद आती है। इससे पाचन अच्छा होगा। हल्दी वाला दूध भी पिया जा सकता है। इससे गले संबंधी रोग भी दूर हो जाएंगे। दूध में केसर मिलने से भी अच्छी नहीं आती है। नींद नहीं आने की बीमारी दूर करने का अच्छा तरीका है मालिश। रात में सोते समय पैरों की हल्की मालिश करें। ठंड के दिनों में तो सरसो के तेल की मालिश हड्डियों और मांसपेशियों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है। गहरी और अच्छी नींद के लिए आयुर्वेद में जड़ी बूटियों के सेवन का तरीका बताया गया है। अश्वगंधा, तगाव और शंखपुष्पी का सेवन शरीर को आराम दिलाता है और अच्छी नींद दिलाता है।
सेब का सिरका थकान में राहत देता है। इसमें अमीनो एसिड होता है। इसके अलावा शहद का तरह-तरह से सेवन किया जा सकता है। यह शरीर में इंसुलिन की मात्रा बढ़ाकर नींद में मदद करता है। एक अन्य इलाज है मेथी का रस। मेथी के कुछ पत्तों का रस निकल लें और इसमें शहद मिलाकर रोज सेवन करें। केले का सेवन भी अच्छी नींद का कारण बनता है। केले में ट्रिपटोपॉन नामक एमिनो एसिड होता है जो अच्छी नींद में सहायक होता है।
रात में अच्छी नींद नहीं आने के लक्षणों को पहचानना जरूरी है। दिन में ज्यादा नींद आना भी रात में नींद नहीं आने का लक्षण है। इसके अलावा चिड़चिड़ापन, थकान, बेचैनी, काम पर फोकस नहीं आना, छोटी-छोटी बातें भूल जाना भी नींद की कमी के लक्षण हैं।
इन लक्षणों को पहचाने और अपनी जीवनशैली में बदलाव करें। कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट भी नींद की कमी के रूप में सामने आ सकता है। इसलिए यदि दवाएं ले रहे हैं और नींद नहीं आ रही है तो अपने डॉक्टर को बताएं।