लखनऊ डेस्क। मौसम के जरा सा बदलाव से सर्दी, जुकाम जैसी परेशानियां घेर लेती हैं। खांसी, छींक, नाक बंद होने और आखों में जलन होने की शिकायत हो जाती है। अगर किसी व्यक्ति को जुकाम हो गया हो तो ये क्रिया कई बार की जा सकती है।
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जलनेति क्रिया को करने से केवल नाक बंद होने की समस्या से छुटकारा नहीं मिलता बल्कि आंखों में पानी आना और आंखों में जलन की समस्या से भी राहत मिलती है। इस क्रिया को करने से और भी बहुत सारे लाभ हैं जैसे सिरदर्द, अनिद्रा, सुस्ती और बालों के झड़ना। जलनेति करने से बहुत सारे लोगों का कहना है कि उनके गुस्से को नियंत्रण रखने में भी मदद मिलती है।
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आपको बता दें यह प्रक्रिया आधा लीटर गुनगना पानी लेकर उसमें आधा चम्मच नमक मिलाएं। नेति के विशेष बर्तन में इस पानी को भर लें। जलनेति शुरु करने से पहले कागासन की अवस्था में बैठ जाएं। दोनों पैरों के बीच में दो फीट की दूरी रखते हुए आगे की ओर झुकें। उस समय जिस नाक के छिद्र से सांस चल रही हो उसके दूसरी तरफ सिर को झुकाएं। जलनेति के बर्तन से नाक के छिद्र में धीरे धीरे पानी डालना शुरु करें। इस प्रक्रिया को करते समय मुंह को खोलें रहें। ज्यादा लंबी सांस न लें ताकि पानी नाक के दूसरे छिद्र से निकलता रहे। अब इसी प्रक्रिया को दूसरे नाक के छिद्र से भी करें और ऊपर बताई गई प्रक्रिया को दोहराएं। दोनों छेद से ये क्रिया करने के बाद सीधा खड़े हो जाएं। आगे बताए गये योग के अभ्यास को करने से नाक के अंदर का बचा हुआ पानी और म्यूकस और बैक्टीरिया बाहर आ जाएगा।