हस्तरेखा शास्त्र में इसी तरह के कुछ चिह्नों (Marks) के बारे में बताया गया है। ये चिह्न बहुत ही कम लोगों के हाथों में बनते है जिन लोगों के हाथों में इन चिह्नों का निर्माण होता है, उन पर हमेशा मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। ऐसे लोगों के पास किसी तरह का कोई अभाव नहीं होता है और इन्हें अपने जीवन में हर प्रकार की सुख-सुविधा प्राप्त होती है। जानते हैं हथेली पर बनने वाले खास निशानों के बारे में…
किसी व्यक्ति की हथेली मे स्वास्तिक का चिह्न बनना उसके लिए सौभाग्य लेकर आता है। ऐसे बहुत कम लोग होते हैं जिनके हाथ में ये निशान बनता है। स्वास्तिक के चिह्न वाले लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। जिसके कारण इन्हें धन की कोई कमी नहीं रहती है।
त्रिशूल को भगवान शिव का चिह्न माना जाता है, जिन लोगों की हथेली में त्रिशूल का निशान बनता है ऐसे लोगों पर शिव जी की कृपा रहती है। जिस रेखा के ऊपर यह चिह्न बनता है। वह रेखा शुभ प्रभाव देने लगती है। अगर त्रिशूल का चिह्न मंगल पर्वत पर बने तो यह बहुत ही शुभ रहता है। इससे शिवयोग बनता है जिससे जातक को किसी प्रकार की धन की कमी नहीं रहती है।
हथेली में कमल का निशान बनना बहुत शुभफलदायी होता है। ऐसे लोगों पर विष्णु जी के साथ मां लक्ष्मी की कृपा भी रहती है। इनका भाग्य सदैव साथ देता है। ये लोग वाकपटुता में कुशल होते हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता भी कमाल की होती है।
हथेली में मंदिर के चिह्न बनना इस बात की ओर संकेत करता है कि जातक को अपने जीवने में उच्च पद की प्राप्ति होगी। लेकिन ऐसे जातक धर्म और आध्यात्म की ओर ज्यादा रुचि दिखाते हैं जिसके कारण ये लोग सन्यासी जीवन की ओर भी जल्दी आकर्षित हो जाते हैं।