जिस व्यक्ति की हृदय रेखा (Heart Line) हथेली के किनारे से निकलती है, तो ऐसा व्यक्ति कुण्ठा एवं निराशा से उत्पन्न होने वाले क्रोध में भी आदर्श प्रवृत्ति रखता है। ऐसा व्यक्ति कभी भी मानवीय सीमाओं को मान्यता नहीं देता। ऐसा व्यक्ति सदा ही सच्चे एवं निर्दोष मित्र तथा अनुयाइयों की कामना रखता है।
आचार्य दिनेश भारद्वाज के अनुसार जिस व्यक्ति की हथेली पर स्थित हृदय रेखा छोटी होती है तो ऐसा व्यक्ति उदासीन, कठोर एवं अत्यधिक क्रूर प्रवृत्ति का होता है, उसे दूसरे के दुख की चिंता नहीं होती, केवल अपने बारे में ही सोचता है। किन्तु यदि हृदय रेखा लम्बी है तो यह संबंधित व्यक्ति के दयालु एवं स्नेही स्वभाव वाला होने की सूचक है।
जिस व्यक्ति की हथेली पर स्थित हृदय रेखा गहरी बनी होती है ऐसा व्यक्ति गिने चुने मित्रों के प्रति गहरे स्नेह एवं आदर के भाव रखता है, उसे अन्य लोगों से बहुत मतलब नहीं होता है, किन्तु यही हृदय रेखा चौड़ी बनी हो तो सम्बंधित व्यक्ति के असंख्य लोगों के प्रति उमड़े प्रेम की कहानी कहती है।
वहीं, जिस व्यक्ति की हथेली पर स्थित हृदय रेखा जब हथेली को लम्बे मोड़ से काटती हुई जाती है, तो सम्बंधित व्यक्ति उत्साहपूर्ण एवं भावुक प्रवृत्ति वाला होता है। भावों को जीवन में प्रधानता देने वाले ऐसे व्यक्ति का हृदय सच्चा होता है एवं यह अच्छा साथी भी सिद्ध होता है। इस प्रकार की हृदय रेखा के स्वामी व्यक्ति प्रिय पुत्र, स्नेही मित्र और आज्ञाकारी बच्चे सिद्ध होते हैं।
आचार्य दिनेश भारद्वाज के अनुसार जिस व्यक्ति की हथेली पर स्थित हृदय रेखा छोटी होती है तो ऐसा व्यक्ति उदासीन, कठोर एवं अत्यधिक क्रूर प्रवृत्ति का होता है, उसे दूसरे के दुख की चिंता नहीं होती, केवल अपने बारे में ही सोचता है। किन्तु यदि हृदय रेखा लम्बी है तो यह संबंधित व्यक्ति के दयालु एवं स्नेही स्वभाव वाला होने की सूचक है।
जिस व्यक्ति की हथेली पर स्थित हृदय रेखा गहरी बनी होती है ऐसा व्यक्ति गिने चुने मित्रों के प्रति गहरे स्नेह एवं आदर के भाव रखता है, उसे अन्य लोगों से बहुत मतलब नहीं होता है, किन्तु यही हृदय रेखा चौड़ी बनी हो तो सम्बंधित व्यक्ति के असंख्य लोगों के प्रति उमड़े प्रेम की कहानी कहती है।
वहीं, जिस व्यक्ति की हथेली पर स्थित हृदय रेखा जब हथेली को लम्बे मोड़ से काटती हुई जाती है, तो सम्बंधित व्यक्ति उत्साहपूर्ण एवं भावुक प्रवृत्ति वाला होता है। भावों को जीवन में प्रधानता देने वाले ऐसे व्यक्ति का हृदय सच्चा होता है एवं यह अच्छा साथी भी सिद्ध होता है। इस प्रकार की हृदय रेखा के स्वामी व्यक्ति प्रिय पुत्र, स्नेही मित्र और आज्ञाकारी बच्चे सिद्ध होते हैं