आजकल तेजी से बदलती जीवनशैली कई बीमारियों को जन्म दे रही हैं। डायबिटीज भी ऐसी ही एक गंभीर बीमारी है, जो तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है।
डायबिटीज दो प्रकार की होती है, टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज
बता दें कि डायबिटीज दो प्रकार की होती है। टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज । डायबिटीज होने पर शरीर के अंगों के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि इसके शुरुआती लक्षणों को समझ कर एहतियात बरती जाए, ताकि समय पर इसका इलाज कराया जा सके। अगर इसे शुरुआत में ही नियंत्रित कर लिया गया, तो इस भयावह रोग से बचा जा सकता है।
हर बीमारी जब शुरुआती दौर में होती है तो इसके पूरी तरह पनपने से पहले ही कुछ शुरुआती लक्षण शरीर पर नजर आने लगते हैं। हालांकि कई बार डायबिटीज के लक्षण पता भी नहीं चलते है। इसीलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है।
इसके कुछ लक्षण इस तरह नजर आ सकते हैं
- डायबिटीज की वजह से बार-बार भूख और प्यास लग सकती है। अगर खाने के बावजूद भूख लगती हो तो शुगर टेस्ट जरूर कराएं।
- डायबिटीज के मरीजों को कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। इसमें आंख और पाचन तंत्र से जुड़ी कई दिक्कतें शामिल हैं। डायबिटीज की वजह से गैस की समस्या हो सकती है और पाचन तंत्र खराब हो सकता है। इसके अलावा डायबिटीज का आंखों पर भी असर पड़ता है। इसमें आंखों को धुंधला दिख सकता है। हो सकता है कि ये डायबिटीज के शुरूआती लक्षण हों।
- डायबिटीज में किडनी प्रभावित होती है। ऐसे में इसमें पैरों में सूजन की समस्या हो जाती है। किडनी के प्रभावित होने की वजह से वेस्ट पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते और शरीर के विभिन्न अंगों में भी सूजन की समस्या हो जाती है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, ताकि समय पर उपचार हो सके।