वाराणसी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने सोमवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। नव्य-भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की अलौकिकता देख राष्ट्रपति आह्लादित दिखीं। इससे पहले वे काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव मंदिर में भी दर्शन पूजन करने पहुंचीं। वहीं, शाम को दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मां गंगा की भव्य आरती में शामिल हुईं। दोनों मंदिरों में दर्शन पूजन और गंगा आरती देखने के बाद राष्ट्रपति बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गईं।
दिल्ली पहुंचने के पूर्व राष्ट्रपति (Draupadi Murmu) ने ट्वीट कर बताया कि आज मैंने वाराणसी में काल भैरव और काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में भी भाग लिया। जिसके अलौकिक स्वरों और दिव्य दृश्य ने पूरे वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। जीवनदायिनी मां गंगा का आशीर्वाद सभी देशवासियों को सदा मिलता रहे, यह मेरी मंगलकामना है।
बताते चलें कि गंगा आरती को खास बनाने के लिए गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि ने भी बड़ा योगदान दिया। गंगा आरती में नौ अर्चक और 21 देव कन्याओं के भागीदारी ने इसे देव दीपावली सरीखा बना दिया। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 45 मिनट तक गंगा आरती देखी। आरती के दौरान घाट पर रेड कार्पेट बिछाया गया था।
शहर दक्षिणी के विधायक नीलकंठ तिवारी काशी विश्वनाथ धाम में नंगे पाव दिखे
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) पुत्री इतिश्री मुर्मू के साथ श्री काशी विश्वनाथ दरबार में दर्शन पूजन के बाद जब भव्य और नव्य काशी विश्वनाथ धाम का अवलोकन कर रही थी। उस दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ और प्रदेश के पूर्व मंत्री शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी भी मौजूद रहे। विधायक डॉ नीलकंठ पूरे समय तक धाम के प्रति श्रद्धा दिखाते हुए नंगे पाव दिखे।
गंगा आरती में भाग लेने के दौरान राष्ट्रपति ने गंगा पूजन भी किया। आचार्य श्रीधर पांडेय व गंगा सेवा निधि के प्रधान अर्चक रणधीर पांडेय ने मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन अर्चन कराया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का गंगा सेवा निधि के कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी, सचिव हनुमान यादव ने पुष्प देकर स्वागत किया।