लखनऊ: राजधानी लखनऊ के पीजीआई में कार्यरत महिला पर ससुराल वालों ने तनख्वाह देने का दबाव डाला। मना करने पर बेटे को उकसाते हुए तीन तलाक (Talaq) देने के लिए राजी कर लिया। इसके बाद पति ने दुबई से ही फोन पर पत्नी को तीन तलाक दे दिया। पीड़िता ने पीजीआई कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
एकतानगर निवासी महिला की शादी सात दिसंबर 2018 को हुसैनगंज निवासी आरिफ बेग से हुई थी। शादी के कुछ महीनों बाद ही नौकरी के लिए पति दुबई चला गया था। पीड़िता के अनुसार पति के जाते ही ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे। घर से दहेज लाने के लिए कहा। मना करने पर नौकरी से मिलने वाली तनख्वाह देने का दबाव बनाया गया।
30 मई को वापस ससुराल पहुंचने पर ससुर ने उसे तलाक के कागज थमा दिए। एतराज जताने पर आरिफ को मिला कर महिला से बात कराई। आरोप है कि फोन पर बातचीत के वक्त ही आरिफ ने तीन तलाक बोल दिया। महिला ने कई बार पति को फोन पर यह जानकारी दी, लेकिन वह हमेश परिवार का पक्ष लेता रहा। परेशान होकर महिला मायके चली गई थी। पति के यह शब्द सुन कर महिला सन्न रह गई। उसने परिवार बचाने के लिए काफी प्रयास किया। बात नहीं मानने पर उसके साथ मारपीट की गई।
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नतीजा नहीं निकलने पर पीड़िता ने पीजीआई कोतवाली में तहरीर। उसने आरोप लगाया है कि ससुर सगीर अहमद ने उसे तलाक का फतवा दिया था। इंस्पेक्टर देवेंद्र विक्रम सिंह के मुताबिक आरिफ, उसके पिता सगीर अहमद, भाई आतिफ, शबनम बानो और नियाज अहमद के खिलाफ मुस्लिम महिला विवाह पर अधिकारों की सुरक्षा अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।