नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने निर्भया मामले के एक दोषी मुकेश कुमार की माता रामबाई की उस शिकायत को मंगलवार को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने अपने बेटे की फांसी रूकवाने के लिए आयोग से हस्तक्षेप करने की मांग की थी।
रामबाई ने अपने बेटे की फांसी रूकवाने के लिए आयोग से हस्तक्षेप करने की थी मांग
शिकायतकर्ता रामबाई ने अपने वकील के माध्यम से आयोग से गुहार लगायी थी कि वह उसके बेटे मुकेश कुमार की फांसी पर रोक लगाने के लिए इस मामले में हस्तक्षेप करे। मुकेश कुमार अभी यहां तिहाड़ जेल में बंद है। शिकायतकर्ता ने कहा है कि निर्भया मामले में उसके बेटे सहित सभी दोषियों को झूठे आधार पर दोषी बनाया गया है और यह न्यायसंगत नहीं है।
रामबाई ने यह भी कहा है कि उसके बेटे के सामने सह अभियुक्त रामसिंह की तिहाड़ जेल में माैत हुई
रामबाई ने यह भी कहा है कि उसके बेटे के सामने सह अभियुक्त रामसिंह की तिहाड़ जेल में माैत हुई। इस मामले की जांच में खामियों का भी उन्होंने उल्लेख किया है। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा है कि अभी उनके बेटे और अन्य लोगों की याचिका न्यायालय सहित विभिन्न स्तर पर लंबित है लेकिन प्रशासन उन्हें 20 तारीख को फांसी देने की योजना पर काम कर रहा है। उसने कहा है कि आयोग को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
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आयोग ने शिकायत का संज्ञान लेने और अध्ययन के बाद कहा है कि उसकी जांच शाखा ने सभी पहलुओं को देखा
आयोग ने शिकायत का संज्ञान लेने और अध्ययन के बाद कहा है कि उसकी जांच शाखा ने सभी पहलुओं को देखा है और उसे पूरे मामले में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। आयोग ने कहा है कि इस शिकायत में ऐसी कोई बात या तथ्य नहीं है, जिसका संज्ञान लिया जा सके। आयोग ने कहा है कि यह मामला उसके दायरे से बाहर है इसलिए इस शिकायत को खारिज किया जाता है।