नई दिल्ली। अखरोट का सेवन करने से हमारे शरीर में अनेक प्रकार की दिक्कतें दूर होती हैं। अखरोट प्रेमियों के लिए यह यह खबर बहुत ही फायदेमंद है। बता दें कि अखरोट कम हो रही याददाश्त को तेज करती है। तार्किक क्षमता को भी दुरुस्त रखने में कारगर है।
अखरोट फाइटोकेमिकल, पॉलीफेनॉल और ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत
इस बात का खुलासा एक शोध में हुआ है। शोधकर्ताओं ने बताया कि अखरोट कई अहम खनिजों के अलावा फाइटोकेमिकल, पॉलीफेनॉल और ओमेगा-3 फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत है। ये तत्व तंत्रिका तंत्र में मौजूद कोशिकाओं में सूजन और क्षरण की समस्या को दूर रखने में मददगार हैं।
नियमित अखरोट खाने से अल्जाइमर्स और डिमेंशिया का खतरा 50 फीसदी तक होता है कम
कोशिकाओं में ऑक्सीकरण की प्रक्रिया घटाने में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका पाई गई है। यही वजह है कि नियमित रूप से अखरोट का सेवन करने वाले लोगों में अल्जाइमर्स और डिमेंशिया जैसी घातक बीमारियों का खतरा 50 फीसदी तक कम हो जाता है।
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मुख्य शोधकर्ता सियान पोर्टर ने बताया कि अखरोट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क में प्रोटीन के थक्के जमने से भी रोकते हैं। ये थक्के तंत्रिका तंत्र की कोशिकाओं के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान बाधित करते हैं, जिससे याददाश्त और तार्किक क्षमता कमजोर पड़ने की शिकायत सताती है।
सियान ने दावा किया कि अखरोट में पाए जाने वाले पोषक तत्व ‘फील गुड’ हार्मोन का उत्पादन बढ़ाकर मूड में भी सुधार लाते हैं। इससे व्यक्ति तन-मन की सेहत के लिए फायदेमंद स्वस्थ आहार लेने को प्रेरित होता है।