कोरोना खतरे के बीच देहरादून में ऐतिहासिक श्री झंडा जी मेला का आगाज हो गया है। इस अवसर पर सीएम तीरथ सिंह (CM teertath) रावत ने शुभकामनाएं दी है।
मेला प्रबंधक समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल के मुताबिक झंडे जी में सनील गिलाफ एवं दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा। इस दौरान सुबह आठ बजे से झंडे जी को पहले विधि-विधान के साथ उतारने का कार्य किया जाएगा। दोपहर एक बजे सनील गिलाफ और दर्शनी गिलाफ चढ़ाना शुरू किया जाएगा।
देहरादून के ऐतिहासिक झंडा मेला की हार्दिक शुभकामनाएं। गुरु महाराज जी सभी भक्तजनों पर अपनी कृपा बनाए रखें।मुझे विश्वास है कि कोविड-19 के इस चुनौतीपूर्ण दौर में पूरी सतर्कता, आस्था और जज्बे के साथ इस धार्मिक मेले का सफल आयोजन किया जाएगा।
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 2, 2021
भीड़ का रखा जाएगा ध्यान
दरबार साहिब में झंडे जी के आरोहण के समय ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो इस बात का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए दरबार साहिब में प्रवेश वर्जित किया गया है। इसके अलावा 10 साल से कम आयु के बच्चों को भी दरबार साहिब में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
झंडे जी मेले का निर्धारित कार्यक्रम
- दो अप्रैल-सुबह आठ बजे से नौ बजे तक झंडे जी को विधि-विधान के साथ उतारने का कार्य होगा। वहीं, दोपहर एक बजे सनील गिलाफ एवं दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा। शाम तकरीबन पांच बजे महंत देवेंद्र दास महाराज के सानिध्य में झंडे जी का आरोहण होगा।
- तीन अप्रैल-विभिन्न राज्यों से आने वाली संगत दरबार साहिब में माथा टेकेंगे।
- चार अप्रैल-सुबह नौ बजे से दरबार साहिब से विभिन्न क्षेत्र होकर नगर परिक्रमा होगी।
- 21 अप्रैलको रामनवमी के दिन झंडे जी के मेले का समापन होगा।
नियमों का कड़ाई से पालन
श्री गुरु राम राय महाराज की जयंती पर हर साल श्री दरबार साहिब देहरादून में श्री झंडे जी मेले का आयोजन किया जाता है। श्री गुरु राम राय महाराज का जन्म पंजाब के कीरतपुर जिला होशियारपुर में वर्ष 1646 में होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी पर हुआ था। तब से हर साल संगतों द्वारा देहरादून में होली के पांचवें दिन (चैत्रवदी पंचमी) ऐतिहासिक श्री झंडे जी मेले का आयोजन किया जाता है।
झंडे जी देहरादून के दरबार साहिब में स्थापित हैं। यहां हर साल आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ता है कि देखने वालों को भी आंखों पर यकीन नहीं होता। इस दरबार साहिब की स्थापना श्री गुरु राम राय जी ने की थी। औरंगजेब गुरु राम राय के काफी करीबी माने जाते थे।औरंगजेब ने ही महाराज को हिंदू पीर की उपाधि दी थी। गुरु राम राय जी ने देहरादून में आकर डेरा डाला था। इसी जगह पर यहां दरबार साहिब बनाया गया और यहां झंडे जी की स्थापना की की गई।
दर्शनी गिलाफ की बुकिंग वर्ष 2121 तक के लिए पूरी
दरबार साहिब प्रबंध समिति से जुड़े केसी जुयाल ने बताया झंडा जी पर हर साल एक दर्शनी गिलाफ, 21 सनील के और 41 सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि झंडे जी मेले को लेकर वर्ष 2121 तक के लिए दर्शनी और 2043 तक के लिए सनील के गिलाफ की बुकिंग पूरी हो चुकी है। अगर कोई श्रद्धालु इस साल दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए बुकिंग करवाता है तो करीब 100 साल बाद 2121 में उनका नंबर आएगा।
झंडे जी मेला को देखते हुए रूट डाइवर्जन
झंडे जी आरोहण के मद्देनजर देहरादून पुलिस द्वारा रूट डाइवर्ट किया गया है जिसके चलते चौपहिया वाहनों का झंडा बाजार की ओर प्रवेश पूरी तरह से वर्जित रहेगा। सहारनपुर, गऊघाट तिराहा, दर्शनी गेट, मोती वाली गली, तालाब के चारों ओर, भंडारी चौक और गुरुद्वारे की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरियर लगाकर सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा।
यातायात के भारी दबाव होने के कारण निरंजनपुर मंडी से सहारनपुर चौक की ओर के साथ बल्लीवाला चौक से सहारनपुर चौक की ओर आने वाले यातायात को डायवर्ट कर कमला पैलेस की ओर भेजा जाएगा। लाल पुल सहारनपुर चौक की ओर आने वाले यातायात को निरंजनपुर मंडी की ओर भेजा जाएगा।