हरिद्वार कुंभ (Kumbh) मेले के निर्माण कार्यों और कोरोना गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित कराने को लेकर गठित की गई नैनीताल हाईकोर्ट की टीम ऋषिकेश पहुंची। हाईकोर्ट की टीम ने त्रिवेणी घाट, मुनि की रेती और स्वार्गश्रम क्षेत्र में इंतजामों का जायजा लिया और कुंभ (Kumbh) के निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया। इस दौरान हाईकोर्ट की टीम तमाम विभागों के इंतजामात से नाखुश नजर आई।
टीम के सदस्यों ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से मौके पर सवाल-जवाब किए, लेकिन कोई भी अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। निरीक्षण के दौरान टीम ने देखा कि त्रिवेणी घाट पर चंद्रभागा पुल की ओर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए थे जिस पर उन्होंने अपनी नाराजगी जताई। राजकीय चिकित्सालय से पहुंचे डॉ. एसएस यादव के मुताबिक केवल अस्पताल के अंदर ही किए गए स्वास्थ्य संबंधी इंतजामों पर भी जांच कमेटी के सदस्यों ने सवाल खड़े किए।
हाईकोर्ट की टीम के सदस्य अधिवक्ता शिव भट्ट ने बताया कि त्रिवेणी घाट और आसपास के इलाकों में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मोबाइल टॉयलेट की कोई उचित व्यवस्था नहीं थ। यहां तक की कोरोना से बचाव के लिए क्षेत्र को सैनेटाइज भी नहीं किया जा रहा है। वाहनों की पार्किंग के बारे में भी पुलिस ने सही जानकारी नहीं दी।
हल्द्वानी: इंदिरा हृदयेश गुरुग्राम मेदांता में भर्ती, स्वास्थ्य में सुधार
इसके अलावा त्रिवेणी घाट जाने वाले पर रास्ते पर अतिक्रमण की वजह से जाम लगा हुआ था। अतिक्रमण पर कब और कैसे कार्रवाई होगी? इसको लेकर भी नगर निगम और पुलिस के अधिकारियों ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जिस प्रकार की व्यवस्थाएं ऋषिकेश स्वार्गश्रम और मुनि की रेती क्षेत्र में देखने को मिली हैं, उसे देखकर तो नहीं लगता है कि ऋषिकेश में कुंभ होने वाला है।
बता दें कि 23 मार्च को टीम अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट में देगी. जिस पर 24 मार्च सुनवाई होगी। इस दौरान सिविल जज नेहा कुशवाहा ने बताया कि पहले दो बार किए गए निरीक्षण की अपेक्षा इस बार निर्माण कार्यों में तेजी देखने को मिली है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूरे नहीं हुए हैं। मौके पर एडीएम देहरादून, तहसीलदार रेखा आर्य, एसएसआई ओमकांत भूषण, नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल आदि उपस्थित रहे।