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अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ‘आयरन लेडी’ की तलाश करेगा स्वास्थ्य विभाग

आयरन लेडी की तलाश

आयरन लेडी की तलाश

भोपाल। सूबे की कमलनाथ सरकार का प्लान ‘राइट टू हेल्थ’ केवल आम जनता के लिए ही नहीं है बल्कि प्रदेश के हर जन के लिए है। यही कारण है की इस बार अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्वास्थ्य विभाग अपनी महिला कार्यकर्ताओं की देखभाल करने में लगा है।

हीमोग्लोबिन टेस्ट के साथ हाई हीमोग्लोबिन वाली महिला को आयरन लेडी के खिताब से विभाग नवाज़ेगा

विभाग की पहल पर टीम राजधानी भोपाल में इस बात की जांच करेगी कि मैदानी क्षेत्रों में दौड़भाग करने वाली महिला कार्यकर्ता कितनी फिट है? हीमोग्लोबिन टेस्ट के साथ हाई हीमोग्लोबिन वाली महिला को आयरन लेडी के खिताब से विभाग नवाज़ेगा।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक महीने तक  स्पेशल कैंपेन ‘मिस आयरन लेडी’

स्वास्थ्य विभाग ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक महीने तक अभियान चलाने की प्लानिंग की है। सीएमएचओ भोपाल डा. सुधीर डहरिया ने एक स्पेशल कैंपेन ‘मिस आयरन लेडी’ का ड्राफ्ट तैयार किया है। इस कैंपेन में भोपाल जिले में पदस्थ स्वास्थ्य विभाग की महिला चिकित्सकों और कार्यकर्ताओं से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाली एएनएम तक की हीमोग्लोबिन जांच की जाएगी? इस कैंपेन की शुरूआत आठ मार्च से होगी जो पूरे एक महीने तक चलाया जाएगा। इस मुहिम में 2600 से ज्यादा हेल्थ वर्कर्स का हेल्थ टेस्ट किया जाएगा और टेस्ट के रिजल्ट में सबसे ज्यादा हीमोग्लोबिन जिस महिला में मिलेगा उसे मिस आयरन लेडी का अवार्ड दिया जाएगा।

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जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नीरा चौधरी के साथ मिलकर महिला कर्मचारियों में आठ मार्च से आठ अप्रैल तक हीमोग्लोबिन की जांच की जाएगी

स्वास्थ्य विभाग ने अपने फीमेल स्टाफ में एनीमिया की कमी का पता करने और स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए प्रोत्साहित करने मिस आयरन लेडी कैंपेन शुरू करने का फैसला लिया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नीरा चौधरी के साथ मिलकर महिला कर्मचारियों में आठ मार्च से आठ अप्रैल तक हीमोग्लोबिन की जांच की जाएगी। इसमें सरकारी अस्पतालों की महिला चिकित्सा अधिकारी से लेकर सफाई कर्मी तक का परीक्षण किया जाएगा।

खुद के स्वास्थ्य के प्रति हेल्थ वर्कर्स को जागरूक करने और एनीमिया का पता लगाने के लिए पहली बार ये अभियान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से शुरू

सीएमएचओ के मुताबिक अक्सर देखा गया है कि स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाली महिला कर्मचारी अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पातीं हैं। खुद के स्वास्थ्य के प्रति हेल्थ वर्कर्स को जागरूक करने और एनीमिया का पता लगाने के लिए पहली बार ये अभियान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से शुरू किया जा रहा है। अगले एक महीने में लेडी डॉक्टर, स्टाफ नर्स, लिपिक वर्ग महिला कर्मचारी, एएनएम के साथ ही तमाम महिला सफाई कर्मचारियों के हीमोग्लोबिन टेस्ट किए जाएंगे। जिनमें खून की कमी पाई जाएगी उन्हें चिकित्सकीय सलाह के अनुसार ब्लड ट्रांसफ्यूजन और ट्रीटमेंट के साथ पौष्टिक खाने-पीने की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई जाएगी। बता दें की सामान्य महिलाओं में 11 से 13 ग्राम के बीच होमोग्लोबिन लेवल को सही माना जाता है। यदि 13 ग्राम से ज्यादा हीमोग्लोबिन है तो सबसे अच्छी स्थिति मानी जाती है।

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