हरियाणा सरकार के 2500 दिन पूरे हो चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को चंडीगढ़ में अपनी सरकार का लेखाजोखा पेश किया।वहीं प्रेस क्लब में सीएम की प्रेस वार्ता और किसानों के विरोध को देखते हुए आसपास का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस दौरान सीएम ने करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज के बारे में कहा कि करनाल एसडीएम के शब्दों का चयन ठीक नहीं था। कानून व्यवस्था बनाए रखना उनका दायित्व था।
खट्टर ने साफ शब्दों में कहा कि किसान आंदोलन, हिंसा के पीछे पंजाब सरकार के लोगों का हाथ। किसान नेता राजेवाल पंजाब सीएम को ऐसे ही लड्डू खिलाते हुए नहीं दिख रहे।इसके साथ ही खट्टर ने किसान आंदोलन को विपक्ष के भ्रम की देन बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने मंडियां व एमएसपी खत्म होने का भ्रम फैलाया है।
दुष्यंत ने कहा, ‘मैं वास्तव में अधिकारी के आचरण से आहत हूं। किसी अधिकारी से ऐसी उम्मीद नहीं है। इस तरह का ऐक्शन किसी अधिकारी के आचरण के खिलाफ है। आईएएस को प्रशिक्षण के दौरान भावनाओं पर काबू रखकर हालात से निपटने की ट्रेनिंग दी जाती है। एक आईएएस अधिकारी, जो एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट है, उसे सावधानी से कार्य करना चाहिए। हम निश्चित रूप से जांच के बाद कार्रवाई के लिए कहेंगे।’
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दुष्यंत ने कहा कि अधिकारी ने बाद में स्पष्टीकरण दिया कि वह दो रातों से सोया नहीं था। लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि किसान भी साल में 365 दिनों में से 200 दिन नहीं सोते हैं। किसानों के प्रति इस तरह का व्यवहार करना पूरी तरह से निंदनीय है। इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।