केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उत्तराखण्ड दौरे के ठीक एक दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ( Harish Rawat) ने भाजपा को एक बड़ी पटखनी दी है। 2017 के विधानसभा एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में शाह से सर्वश्रेष्ठ ”बूथ-मैनेजमेंट प्रबन्धक’ का खिताब हासिल करने वाले संघ के प्रचारक व विहिप के बड़े नेता राजकिशोर को उन्होंने आज विधिवत अपना बूथ-प्रबन्धन सलाहकार नियुक्त किया है ।
श्री रावत ने अपने फेसबुक पेज पर ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है है कि मैंने निश्चय किया है कि कांग्रेस के चुनाव-अभियान को अब, मैं सीधे बूथ-लेवल तक ले जाऊं। राजकिशोर को जमीनी स्तर पर कार्य करने का बहुत अनुभव है, उन्हें मैं बूथ स्तर पर चुनाव प्रचार अभियान को संगठित करने के लिए अपना अभियान सलाहकार नियुक्त कर रहा हूं। मुझे बेहद खुशी है कि उन्होंने मेरे निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है ।
इससे पहले श्री रावत भाजपा के पितृ-दल भारतीय-जनसंघ के स्थापना-पुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय के प्रपौत्र न्यायविद चन्द्रशेखर पण्डित भुवनेश्वर दयाल उपाध्याय को अपना मुख्य प्रमुख सलाहकार नियुक्त कर एवं संघ के प्रचारक रहे और विहिप के बड़े नेता महेन्द्र सिंह नेगी ‘गुरुजी ‘ भाजयुमो के बड़े नाम राजकुमार जायसवाल संघ, यूकेडी, आप के बड़े चेहरे शीशपाल सिंह विष्ट को उनके हजारों समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल कराकर भाजपा को बड़ा राजनीतिक-नुकसान पहुंचा चुके हैं। कुमायूं से भी बड़ी संख्या में भाजपा से इस्तीफों की खबर है ।
श्री राजकिशोर लगभग तीन दशकों से संघ से जुड़े रहे हैं । देश में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक-एम्बुलेन्स के आविष्कारक एवं निर्माता राजकिशोर विहिप के प्रान्त गौसेवा प्रमुख, प्रांत गौरक्षा प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में सितारगंज समेत कई कांटेदार मुकाबले वाली सीटों पर उन्होंने भाजपा के पक्ष में एकतरफा मुकाबला कर दिया था ।