संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो चूका है, कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने 22 तारीख से संसद के बाहर प्रदर्शन करने का दावा किया है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि हम कोई हंगामेदार आदमी नहीं हैं जो हंगामा काटते फिरें। टिकैत के कहा- हम किसान हैं, जंतर-मंतर का मतलब है संसद भवन। हम वहीं मंच लगाकर बैठ जाएंगे। वह हमारा पुराना ठिकाना है। टिकैत ने कहा- 22 तारीख को 200 लोग जाएंगे। वहां पर बैठकर अपनी बात कहेंगे। ये 200 लोग टिकट लेकर बस से जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कहा, 22 जुलाई को 200 लोग संसद जाएंगे। फोन टैपिंग पर भी सुनिए क्या बोले @RakeshTikaitBKU @KumarKunalmedia की #ReporterDiary
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संसद में हो रहे हंगामे को लेकर जब राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, वे हमारा नहीं, अपना मुद्दा उठा रहे हैं।रिपोर्टर ने उनसे सवाल पूछा कि संसद में केवल दो ही मुद्दे विपक्ष उठा रहा है एक किसान का मुद्दा और दूसरा फोन टैपिंग का मुद्दा? इसका जवाब देते हुए किसान नेता ने कहा कि हमारा मुद्दा ही नहीं केवल अपना भी मुद्दा उठा रहे हैं क्योंकि वह सभी किसान है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने फोन टैपिंग के मुद्दे पर कहा कि, ‘ जहां तक फोन टैपिंग का मुद्दा है अगर फोन ले रखा है तो टैप तो होना ही है। हमारी भी फोन टैप होते हैं सब के हो रहे हैं।’
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राकेश टिकैत ने फोन टैपिंग पर कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। रिपोर्टर ने सवाल पूछा कि क्या आप का भी फोन टैप होता है इस पर उन्होंने कहा कि हमारे भी होते हैं पूरे परिवार के होते हैं। जो संगठन में हमारे लोग हैं उन सब के फोन टैपिंग पर है।