ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस अपनी छवि जनता के बीच अच्छी करने के लिए तरह-तरह के जागरूकता कार्यक्रम भी कर रही है. लेकिन विवादित रसूखदार ट्रैफिक इंस्पेक्टर पुलिस की छवि को धूमिल करते हुए नजर आ रहे हैं।हाल में कई ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल(video viral on social media) हुए हैं जिससे पुलिस की साख पर बट्टा लगा है।
वायरल हुए कई वीडियो
ऑडियो में ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम रतन सिंह ऑटो चालक को गंदी-गंदी गालियां देते हुए सुनाई दे रहे हैं। एक वीडियो उन्हीं के ट्रैफिक सिपाही ने बनाकर पुलिस ग्रुप पर डाली है। वहीं, उल्टा ट्रैफिक सिपाही को ही डीसीपी ट्रैफिक ने अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया है. ट्रैफिक इंस्पेक्टर का तीसरा वीडियो भी जमकर वायरल(video viral on social media) हो रहा है, जिसमें ट्रैफिक इंस्पेक्टर को ट्रांसपोर्टरों ने ही अवैध वसूली को लेकर बीच सड़क पर घेर रखा है। वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि कई लोग अवैध वसूली का विरोध कर रहे हैं. इस बात को लेकर ट्रैफिक इंस्पेक्टर भी चुप्पी साधे हुए हैं।
नहीं की गई कोई कार्रवाई
गौतमबुुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नरेट लगाया गया था।जनता को सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर पुलिसिंग देने के लिए वायदा किया गया था .लेकिन, यहां तैनात ट्रैफिक इंस्पेक्टर राम रतन सिंह हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं। उन पर हमेशा अवैध वसूली, गाली-गलौज मारपीट के आरोप लगते रहते हैं. ट्रैफिक इंस्पेक्टर के कई ऑडियो, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल(video viral on social media) हो रहे हैं। ट्रैफिक इंस्पेक्टर का एक और वीडियो जीरो प्वाइंट पर डबल डेकर बस वालों के साथ मारपीट करते हुए वायरल हुआ था लेकिन, उस मामले में भी कोई कार्रवाईनहीं की गई।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
हालात ये हैं कि, जिले के ट्रांसपोर्टर ट्रैफिक इंस्पेक्टर के खिलाफ डीसीपी ट्रैफिक से शिकायत कर चुके हैं। इनका कहना है कि शिकायत के बाद भी अब तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लोग काफी समय से ट्रैफिक इंस्पेक्टर की शिकायत कर रहे हैं। उल्टा अधिकारी ट्रैफिक इंस्पेक्टर को ही बचाते हुए नजर आ रहे हैं। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर मंथली न देने पर वाहनों के भारी भरकम चालान काट देते हैं, जिसे लेकर वो परेशान हैं। कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
आखिर कौन दे रहा है संरक्षण
अब ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर विवादित ट्रैफिक इंस्पेक्टर पर कार्रवाई क्यों नहीं होती। रसूखदार इंस्पेक्टर को कौन संरक्षण दे रहे हैं. इंस्पेक्टर के कई ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल(video viral on social media) हैं, लेकिन, पुलिस अधिकारी जांच के नाम पर पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
‘गुड मॉर्निंग’ जैसे कार्यक्रम से बदली छवि
नोएडा ट्रैफिक पुलिस अपनी छवि सुधारने के लिए हमेशा जनता के सामने नए-नए जागरूकता कार्यक्रम करते हुए नजर आती रही है। सुबह के समय मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों के लिए पुलिस ‘गुड मॉर्निंग’ जैसे कार्यक्रम भी चलाती है। मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों से पुलिसकर्मी हाथ जोड़कर गुड मॉर्निंग कहते हुए उन्हें गुलाब का फूल भेंट करते हैं। समय-समय पर ट्रैफिक कानून तोड़ने वाले, गलत लेन में वाहन चलाने वाले, सीट बेल्ट, हेलमेट न पहनने वाले, शराब पीकर वाहन चलाने वालों को फूल देते हुए नजर आए हैं।
दोषी पाए जाने पर होगी उचित कार्रवाई
मामले के लेकर ज्वाइंट सीपी अपर्ण गांगुली ने बताया कि ट्रैफिक विभाग का एक अभियान चल रहा था, जिसको लेकर कुछ वाहन सीज किए गए थे।इन लोगों ने ही अवैध वसूली को लेकर आरोप लगाए हैं जो भी ऑडियो और वीडियो वायरल(video viral on social media) हो रहे हैं, उसे लेकर जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।