सी बी एस ई के कक्षा 10वीं की परीक्षा में शामिल हो रहे छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है. नियम के अनुसार अब कक्षा 10वीं के छात्र अगर बोर्ड की परीक्षा में किसी एक विषय में फेल हो जाते हैं तो उन्हें साल दोहराने की जरूरत नहीं होगी. सी बी एस ई की नीति के अनुसार अगर कोई छात्र तीन वैकल्पिक विषयों (यानी विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान) में से किसी एक में भी विफल हो जाते हैं, तो असफल विषय को ‘स्किल सब्जेक्ट’ रूप में प्रस्तुत किया जाएगा. उसके बाद कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा में प्रतिशत की गणना पांच विषयों में से सर्वश्रेष्ठ पर की जाएगी.
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सी बी एस ई के इस निर्णय का छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों ने समान रूप से स्वागत किया है. छात्रों के पास अंक हो सकते हैं, लेकिन उनके पास उचित उपयोग के लिए स्वयं को प्रशिक्षित करने के लिए कौशल की कमी होती है. यह निर्णय सरकार के स्किल इंडिया कैम्पेन की पहल को ध्यान में रखते हुए भी पेश किया गया है.
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सरकार द्वारा तय किए गए कौशल-आधारित शिक्षण कार्यक्रम में छात्रों की रुचि और साल दर साल बढ़ती रही है. वर्ष 2020 में जहां 20 प्रतिशत छात्रों ने स्किल-आधारित विषयों को अपनाया है, जिसकी वजह से वर्ष 2021 में यह प्रतिशत बढ़कर 30 प्रतिशत हो गया. छात्रों का रुझान स्किल डेवेलपमेंट की ओर बढ़ा है और भले ही किताबी पढ़ाई में अच्छा न हो लेकिन इससे छात्रों का नुकसान नहीं होगा और एक विषय में फेल होने पर पूरा साल भी ख़राब नहीं होगा .