लखनऊ डेस्क। देशभर में गणेश चतुर्थी की धूम है। महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में भगवान गणेश के जन्मदिन के अवसर आज से 12 सितंबर तक गणेशोत्सव मनाया जा रहा है। गणेश चतुर्थी को विघ्नहर्ता और प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी की विधि विधान से पूजा की जाती है। पूजा में उनको दूर्वा चढ़ाई जाती है और विशेषकर मोदक का भोग लगाया जाता है। भगवान गणेश को मोदक अतिप्रिय है। भगवान गणेश प्रसन होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
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आपको बता दें पूजा के बाद आप कपूर या फिर घी का दीपक जलाकर गणेश जी आरती करें। इस दौरान घंटी और शंख जरूर बजाएं। ऐसे करने से आपके मन और आस-पास जो भी नकारात्मकता है, वो खत्म हो जाता है।
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जानकारी के मुताबिक गणेश चतुर्थी को गणेश चौथ, विनायक चतुर्थी और कलंक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।पूजा के पश्चात गणेश जी की आरती जरूरी मानी जाती है।