लखनऊ डेस्क। गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे भारतवर्ष में उमंग के साथ मनाया जाता है भाद्रपद की चतुर्थी को इस त्योहार को मनाया जाता है। इस दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। गणेश जी को विध्नहर्ता कहा गया है। इनकी पूजा से कई बाधाएं दूर हो जाती हैं।
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1-गणेश जी को विनायक भी कहा जाता है। इसका मतलब होता है विशिष्ट नायक। गणेश जी के पूजा में दूर्वा का विशेष महत्व होता है। बिना दूर्वा के इनकी पूजा अधूरी मानी जाती है।
2-गणेश जी का पूजन करने से लोगों की बुद्धि सही होती है। मन साफ होता है। लोग अपनी इच्छाओं को पूरी करने के लिए साफ मन से गणपति की आराधना करते हैं। जिससे बप्पा खुश होकर उन्हें आशीर्वाद देते हैं।
3-गणेश जी ही एक ऐसे देवता है जिनका नाम किसी भी पूजा या शुभ काम में सबसे पहले लिया जाता है। कहते हैं जो लोग गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणपति को अपने घर बुलाते हैं और पूरी श्रद्धा से गणेश जी का पूजन करते हैं उनके सभी दुख दूर हो जाते हैं।
4-इसके साथ ही गणपति को मोदक भी प्रिय है। मोदक का मतलब होता है। मोद आनंद इसे गणेश जी को अर्पित करने से वह प्रसन्न होकर आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।