लखनऊ डेस्क। भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश का जन्मदिन गणेश चतुर्थी के नाम से मनाया जाता है। पूरे देश में 9 दिनों तक गणेशोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दौरान भगवान गणेश के 12 स्वरूपों की पूजा की जाती है।
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आपको बता दें भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मध्यान्ह में भगवान गणेश का जन्म हुआ था, इसी कारण यह तिथि महक नाम से भी जानी जाती है। इस दिन भगवान गणपति की पूजा, उपासना व्रत, कीर्तन और जागरण आदि करना चाहिए।
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जानकारी के मुताबिक भगवान गणेश के जन्म के बारे में शिवपुराण में एक कथा है। कथा के अनुसार, एक बार माता पार्वती अपने शरीर पर हल्दी और उबटन लगाए हुई थीं। जब उन्होंने अपने शरीर से हल्दी और उबटन को हटाया तो उससे छोटा सा एक पुतला बनाया। फिर उन्होंने अपने तपोबल से उस पुतले में प्राण डाल दिए। इस तरह से बाल गणेश का जन्म हुआ।