लखनऊ डेस्क। भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में बड़े धूम-धाम से गणेश चतुर्थी का पावन पर्व मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी से 10 दिनों तक चलने वाला ये पर्व अनंत चतुर्थी के दिन समाप्त होगा। गणेश चतुर्थी पर बप्पा जी की प्रतिमा की स्थापना की जाती है।
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आपको बता दें गणेश चतुर्थी के दिन कुछ चीजे ऐसी है जिस भूलकर भी नहीं करना चाहिए। गणेश चतुर्थी के दिन या पूजा के समय पीले या सफेद वस्त्र ही धारण करें। अगर घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करते हैं तो प्रतिमा बहुत बड़ी नहीं होनी चाहिए। अगर स्वयं नदी की मिट्टी से प्रतिमा बनाएं तो उसका फल सर्वश्रेष्ठ होगा चंद्रमा को अर्घ्य दिए बिना व्रत का समापन न करें, हमेशा नजर नीची रखकर ही अर्घ्य देना चाहिए। सबसे अहम बात ये है कि गणेश जी को भोग लगाते समय ध्यान रखें की उन्हें तुलसी दल न चढ़ाएं।
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जानकारी के मुताबिक गणेश जी को प्रसन्न करने का सबसे सरल तरीका है कि सुबह उठते ही सबसे पहले स्नान करें और फिर गणेश जी को गिनकर पांच दूर्वा यानी हरी घास अर्पित करें। दुर्वा गणेश जी के मस्तक पर रखनी चाहिए। ध्यान रखें कि कभी भी गणेश जी के चरणों में दुर्वा नहीं रखनी चाहिए। दुर्वा अर्पित करते हुए मंत्र बोलें ‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः’ सिंदूर की लाली गणेश जी को बहुत पसंद है। गणेश जी की प्रसन्नता के लिए लाल सिंदूर का तिलक लगाएं। गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक लगाएं। प्रसन्न करने के लिए पवित्र चावल अर्पित करें।वहीँ शमी ही एक मात्र पौधा है जिसकी पूजा से गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं