अपने कारनामों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाली हिन्दू सेना को अब गाजीपुर नाम से दिक्कत होने लगी है, रविवार को इसे लेकर हंगामा मचाया। पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर रोड नाम की पट्टी पर कालिख पोत दी गई, हिन्दू सेना ने उसपर महर्षि वाल्मीकि मार्ग का पोस्टर लगा दिया। हिन्दू सेना का कहना है कि दिल्ली में किसी भी सड़क का नाम विदेशी आक्रांताओं के नाम पर होना स्वीकार नहीं किया जाएगा।
संगठन के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा- गाजी शब्द हमारे लोकतंत्र एवं सभ्यता के विपरीत है, इस्लाम धर्म में जो लोगों की हत्या करता है उसे गाजी कहकर सम्मानित करते हैं।विष्णु गुप्ता के मुताबिक वह दिल्ली की उन प्रत्येक सड़कों की नामपट्टी पर कालिख पोतेंगे और भारतीय वीरों एवं समाज सुधारकों के नाम पर रखवाएंगे।
हिदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अमर उजाला से कहा कि गाजीपुर में ‘गाजी’ शब्द का अर्थ भारतीय सभ्यता और हमारे लोकतंत्र के अनुसार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में ‘गाजी’ कहकर उस व्यक्ति को सम्मानित किया जाता है जो काफिरों (यानी इस्लाम को न मानने वालों) का कत्ल करता है। चूंकि भारत जैसे देश में मुस्लिम के अलावा हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध और ईसाई सभी रहते हैं, ऐसी सोच को उचित नहीं कहा जा सकता जो दूसरे धर्मों का सम्मान न करता हो।
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उन्होंने कहा कि उनके पूर्वी दिल्ली के कार्यकर्ताओं ने भगवान बाल्मीकी का सम्मान करते हुए इस सड़क का नाम भगवान बाल्मीकी मार्ग रखा है क्योंकि इस एरिया में बाल्मीकी समुदाय के लोग भारी संख्या में रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस नए नामकरण से बाल्मीकी समुदाय को सम्मान प्राप्त होगा।
विष्णु गुप्ता ने कहा कि विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत देश में लूटपाट और नरसंहार किया। तलवार के दम पर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया। ऐसे में दिल्ली में किसी भी सड़क का नाम ऐसे आक्रमणकारियों के नाम पर रखकर उन्हें सम्मानित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली सरकार सभी सड़कों से विदेशी आक्रमणकारियों के नाम जल्द से जल्द नहीं हटाती है तो उसके कार्यकर्ता पूरी दिल्ली में ऐसी सड़कों के नामपट्टी पर कालिख पोतेंगे और उसका नामकरण किसी भारतीय वीर शहीद या समाज सुधारक के नाम पर रखेंगे।