यूपी एसटीएफ (UP STF) ने क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा (credit card customer data) बेचने वाले 20 हजार इनामी अपराधी अभियुक्त नदीम अहमद सहित तीन आरोपियों को नोएडा से गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के विरूद्ध लखनऊ के गोमतीनगर थाने में केस दर्ज था। इससे पहले भी यूपी एसटीएफ ने विभिन्न बैकों के क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा प्राप्त कर धोखाधड़ी करके ग्राहकों का पैसा निकाल कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का भण्डाफोड कर गिरोह के सरगना सौरभ भारद्वाज सहित चार अभियुक्तों को और उसके बाद इसी गिरोह 25 हजार रुपये के इनामी अभियुक्ता शिल्पी सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों में नदीम अहमद निवासी 244/6 गली नम्बर- 3 संगम विहार वजीराबाद दिल्ली, सिद्धार्थ देवनाथ निवासी बी-451 बीएच कैम्प गोविन्दपुरी कालकाजी दिल्ली और पुनीत लाखा निवासी सी-11सी ओल्ड स्लैम क्वार्टर पश्चिमी पुरी पंजाबी बाग दिल्ली हैं। इनके पास से 7182 क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा बरामद हुआ है।
दरअसल, विगत कुछ समय से एसटीएफ को अन्य राज्यों में गिरोह द्वारा विभिन्न बैंकों के फर्जी तरीके से क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा प्राप्त कर के्रडिट कार्ड धारकों के साथ धोखाधड़ी करके धन अर्जित करने वाले गिरोह के सम्बन्ध में भिन्न-भिन्न सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इसी संबंध में एसटीएफ की टीमें छानबीन में लगायी गयी थीं। इस संबंध में पूर्व में आगरा के थाना खेैरागढ आगरा पर धोखाधड़ी का केस पंजीकृत था। उल्लेखनीय है कि इस केस का खुलासा करते हुए यूपी एसटीएफ की नोएडा इकाई ने 26 जनवरी 2021 को गैंग के सरगना सहित 04 अभियुक्तों सौरभ भारद्वाज, आस मौहम्मद उर्फ आशू, लखन गुप्ता व शिवम गुप्ता को गिरफ्तार किया था और इसी केस 25 हजार रूपये की ईनामी अभियुक्ता शिल्पी व अभियुक्त सुलेमान को 8 फरवरी 2021 को गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान प्रकाश में आये तथ्यों के आधार पर इस गैंग को क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा बेचने का काम अभियुक्त नदीम अहमद के द्वारा भी किया जा रहा था और अभियुक्त नदीम अहमद थाना खेैरागढ, आगरा पर दर्ज केस में वांछित चल रहा था जिस पर इसी अभियोग में उस पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित हो रखा था। उसके बारे में एसटीएफ को सूचना मिलने पर गिरफ्तार किया गया और उससे पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर अभियुक्त सिद्धार्थ देवनाथ व पुनीत लाखा को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त नदीम अहमद ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र लगभग 28 वर्ष है तथा वह 12 वीं पास हैं। पूछताछ पर बताया कि वह पूर्व में मोनिका के साथ नौकरी कर चुका है जहॉ पर उसकी मुलाकात आस मोहम्मद से हुई थी। बाद में जॉब छोड़कर वह एसबीआई में टीम लीडर की जॉब करने लगा, यहीं पर उसकी मुलाकात सुलेमान से हुई थी। सुलेमान वहॉ से क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा निकालकर नदीम अहमद व मोनिका को बेचने लगा। बाद में नदीम अहमद जॉब छोड़कर अपना काम करने लगा इसी दौरान नदीम अहमद माई मनी मंत्रा नामक कम्पनी से कॉट्रेक्ट कर आरबीएल बैंक के क्रेडिट कार्ड धारकों का डेटा इकट्ठा करने लगा। इसी दौरान माई मनी मंत्रा कम्पनी में काम करने वाले टीम लीडर सिद्धार्थ देवनाथ तथा पुनीत लाखा सहायक उपाध्यक्ष के सम्पर्क में आ गया जो क्रेडिट कार्ड होल्डर्स का डेटा नदीम अहमद को देने लगे जिसे वह आगे मोनिका को डेढ़ रुपए से 03 रुपए प्रति कस्टमर के हिसाब से बेच देता था। इसी तरह पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त सुलेमान से भी एसबीआई का डाटा लिया करता था। अभियुक्त नदीम अहमद से 7182 क्रेडिट कार्ड कस्टमर का डेटा बरामद हुआ है जिसकी छानबीन करने पर इसी लिस्ट में से लगभग 450 लोगों के साथ धोखाधडी करके लगभग 01 करोड रुपए की धोखाधडी करने की बात प्रकाश में आयी है। इसी बरामद डेटा में मोनिका त्यागी नाम के क्रेडिट कार्ड धारक का डेटा उल्लेख है, जिनके साथ भी इसी तरह की धोखाधड़ी की गई है जिसके सम्बन्ध में थाना गोमतीनगर, लखनऊ पर केस दर्ज है।