उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) और रोटरी क्लब को चार दशकों तक अपनी सेवाएं देने वाले पूर्व कोषाध्यक्ष व निदेशक एमएम मिश्रा का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। वह यूपीसीए से 45 वर्षों से भी अधिक समय से जुड़े थे।
उन्होंने अपने कार्यकाल में यूपीसीए को नई ऊंचाइयों का आयाम तक पहुंचाने में स्वर्गीय ज्योति वाजपेई कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया था। वह आजकल पूर्व सचिव राजीव शुक्ला के सबसे नजदीक माने जाते थे। उनके इस तरह चले जाने से यूपीसीए में शोक की लहर दौड गयी। यूपीसीए के लिए उनका जाना बहुत दुखद पूर्ण माना जा रहा है।
गौरतलब है कि एम एम मिश्रा को यूपीसीए में चल रही आंतरिक कलह बाजी से गहरा आघात लगा था। वह जिला संघों की आपसी मतभेदों को भुलाने के लिए बिचौलिए का काम कर रहे थे। वहीं उन्नाव में यूपीसीए की ओर से खरीदी गयी जमीन को बिकवाने का भी दबाव वह इस समय महसूस कर रहे थे। 90 वर्षीय झांसी निवासी एमएम. मिश्रा के निधन पर यूपीसीए के लोगों को गहरा आघात लगा है।
यूपीसीए के निदेशक रियासत अली ने उनको श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जाना यूपी से के लिए गहरी चोट है जिसे भर पाना थोड़ा मुश्किल है। वही उनको श्रद्धांजलि देते हुए ग्रीन पार्क के वेन्यू डायरेक्टर संजय कपूर ने कहा यूपीसीए को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाले एमएम मिश्रा की भरपाई अगले कई सालों तक नहीं की जा सकेगी।