नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने राज्यसभा में वित्त विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि 2010-11 से लेकर 2021-22 पेट्रोल डीजल (Petrol diesel) पर लगने वाले सेस के जरिए 11.32 लाख करोड़ रुपये जुटाये गए हैं और 11.37 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि कच्चे तेल के दामों में आया अप्रत्याशित उछाल चिंता का सबब है। इसके आगे निर्मला सीतारमण ने कहा कि अब हम यूक्रेन (Ukraine) में एक पूर्ण युद्ध की स्थिति का भी सामना कर रहे हैं, जो दुनिया के किसी कोने में कोई युद्ध नहीं है, लेकिन ऐसा लगता है कि सभी देशों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है जैसे कि महामारी का प्रभाव है।
Now we are also facing the situation of a full-blown war in Ukraine which is not some war in some corner of the world but it seems to be having an impact on all countries like the way the pandemic has: FM in RS during a discussion on Appropriation Bill, 2022 & Finance Bill, 2022 pic.twitter.com/kzq95DCHUc
— ANI (@ANI) March 29, 2022
लेकिन यह प्रभाव कई आपूर्ति में व्यवधान है। मूल्य शृंखलाएं सभी टूटी हुई हैं, नए बाजार उभर रहे हैं, साथ ही पुराने बाजार सभी ऐसी स्थिति में फंस गए हैं जहां कुछ भी सामान्य नहीं है। आप ऐसी स्थिति में हैं जहां महामारी के दौरान हम एक बजट लेकर आए और फिर दूसरी लहर आई। इस बार हम एक बजट लेकर आए हैं ताकि वसूली में निरंतरता का लक्ष्य रखा जा सके और फिर आया ओमाइक्रोन। अब हमारी भी एक जंग है जिसका असर हम सब महसूस कर रहे हैं।