नई दिल्ली। जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले सीआरपीएफ के वाहनों के काफिले पर चार फरवरी 2019 को आत्मघाती हमला हुआ। इस हमले में 45 भारतीय सुरक्षा कर्मियों की जान गयी थी। यह हमला जम्मू और कश्मीर के पुलवामा ज़िले के अवन्तिपोरा के निकट लेथपोरा इलाके में हुआ था। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित इस्लामिक आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। हालांकि, पाकिस्तान ने हमले की निंदा की और जिम्मेदारी से इनकार किया।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवन्तिपोरा क्षेत्र में गुरुवार को आतंकवादियों द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के भारतीय सुरक्षा कर्मियों के काफिले को निशाना बनाकर हमला किया गया था। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किया गया वाहन महिंद्रा स्कॉर्पियो था जिसमें 300 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक था। घायलों को हमले की जगह से 20 किमी दूर श्रीनगर के सेना बेस अस्पताल में ले जाया गया। इस हमले की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने जिम्मेदारी ली थी।
इसके बाद उन्होंने हमलावर आदिल अहमद डार उर्फ आदिल अहमद गादी टेकरनवाला उर्फ वकास कमांडो का एक वीडियो भी जारी किया था, जो काकापोरा का निवासी था, जो एक साल पहले इस समूह से जुड़ा था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी जम्मू और कश्मीर पुलिस के साथ इस हमले की जांच करेगी। जबकि प्रारंभिक जांच में बताया गया है कि कार में लगभग 300 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक था।
इस हमले के बाद भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए कहा है, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। शहीदों के परिवार के साथ संवेदनाएं और प्रार्थनाएं। पूरा देश इस आतंकी गतिविधि के खिलाफ खड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है, पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला घृणित है। मैं इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। । उन्होंने कहा कि पुलवामा में हमले के मद्देनजर स्थिति को लेकर मैंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य शीर्ष अधिकारियों से बात की है।
Attack on CRPF personnel in Pulwama is despicable. I strongly condemn this dastardly attack. The sacrifices of our brave security personnel shall not go in vain. The entire nation stands shoulder to shoulder with the families of the brave martyrs. May the injured recover quickly.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2019
पाकिस्तान प्रवक्ता कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, हम बिना किसी जांच के हमले का संबंध पाकिस्तान से जोड़ने के भारतीय मीडिया और सरकार के किसी भी आक्षेप को खारिज करते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा है, यह एक गंभीर चिंता का विषय है।
संयुक्त राज्य के भारत में राजदूत केनेथ जस्टर ने कहा कि भारत में अमेरिकी दूतावास जम्मू और कश्मीर में आज हुए हमलों की कड़ी निन्दा करता है। इसके अलावा हताहतों के परिजनों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ाई में अमेरिका सदैव भारत के साथ है और इसे पराजित भी करेगा।
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेन ने हमले की निन्दा करते हुए कहा कि दक्षिण कश्मीर में हुए कायराना हमले और 40 सीआरपीएफ जवानों की मृत्यु से मैं बहुत दुखी हूं। वैश्विक समुदाय को ऐसे क्रूर हमलों की निन्दा करनी चाहिये और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाने चाहिये। प्रधानमंत्री रानिल विक्रम सिंघे ने इसे 1989 के बाद सबसे बुरा हमला बताया।
रूस भारत में स्थित रूसी दूतावास ने कहा कि हम हर तरह के आतंकवाद की निन्दा करते हैं और दोहराते हैं कि बिना किसी दोहरे रवैये के हमे इस अमानवीय कृत्यों से सामूहिक जिम्मेदारी के साथ लड़ना चाहिये। हम मृत लोगों को परिवारीजनों से गंभीरतापूर्वक संवेदना व्यक्त करते हैं तथा घायलों की जल्द सलामती के लिये प्रार्थना करते हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री खड्ग प्रसाद शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से टेलिफ़ोन वार्ता में इस दुखद घटना पर बात की और शोक प्रकट करते हुए कहा कि हम इस घटना की निंदा करते हैं और दुख के इस घड़ी में भारत के साथ हैं। इसके अतरिक्त फ्रांस, चीन, बांग्लादेश, भूटान, इजराइल, अफ़ग़ानिस्तान तथा मालदीव ने भी इस आतंकी हमले की निन्दा की।
संयुक्त राष्ट्र महसचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफेन दुजारिक ने कहा कि हम जम्मू और कश्मीर के पुलवामा ज़िले में हुए हमले की कड़ी निन्दा करते हैं। इस हमले मृत लोगों के परिजन, सरकार और भारतीय लोगों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।