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आग से धधक रहे हैं जंगल, पिछले कुछ समय में सामने आईं आग की कुछ घटनाएं

forests of uttarakhand

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देहरादून। गर्मियों में दावानल से उत्तराखंड के पहाड़ों के खूबसूरत नजारे आग के धुंए की परत से धुंधला गए हैं। उत्तराखंड के जंगलों में गर्मियों के मौसम में लगभग हर साल आग लगती है, जिसकी चपेट में पेड़-पौधों से लेकर छोटे-बड़े जानवर भी आ जाते हैं। उत्तराखंड में जंगलों (Forests of Uttarakhand) में आग तेजी से फैली हुई है।

उत्तराखंड की वन संपदा और जंगल कितने तेजी से जल रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नवंबर से अब तक साढ़े चार गुना तेजी से जल रहे हैं जबकि जंगलों (Forests of Uttarakhand) में आग के लिए पीक समय अभी आना बाकी है।

चिंता की बात यह है कि पिछले सीजन के मुकाबले इस बार साढ़े 4 गुना तेजी से जंगल जल रहे हैं। प्रदेश के जंगलों (Forests of Uttarakhand) में लगी यह आग राज्य सरकार और वन विभाग की मुसीबत बढ़ाती दिखाई दे रही है। वहीं, वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि वन विभाग के लिए यह संभव नहीं है कि पूरे प्रदेश के जंगलों (Forests of Uttarakhand) में लगी आग को बुझाया जा सके।

उत्तराखंड के जंगल (Forests of Uttarakhand) एक बार फिर आग से धधक उठे हैं नैनीताल के जंगल में लगी आग भीषण रूप लेने लगी है यहां खुर्पाताल ( Khurpatal) के पास शनिवार की सुबह से ही लगी आग तेज होती जा रही है।

आग से धधक रहे हैं उत्तराखंड के कुछ जंगल 

पिछले कुछ सालों में उत्तराखंड के जंगलों (Forests of Uttarakhand) में आग की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वन विभाग के अनुसार तब से अब तक प्रदेश में आग की काफी ज्यादा ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं बताते हैं कि इसमें कई हेक्टेयर जंगल भस्म हो चुका है नैनीताल की बात करें तो यहां के जंगलों में खुर्पाताल ( Khurpatal) के पास  शनिवार की सुबह से ही जंगल मे आग भीषण होती जा रही है।

जंगलों में लगी आग की खबर से हडक़ंप मच गया है तेजी के साथ जंगल धधकने लगे हैं, बताया जा रहा है कि  आग तेजी से आबादी की तरफ बढ़ने लगी है जिससे अब ग्रामीण घबराए हुए हैं और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं

आग से वन संपदा को नुकसान के साथ वन्य जीवों को भी खतरा बन गया है इसका पर्यावरण पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है वहीं शनिवार को आग की वजह से नैनीताल जिला और मंडल मुख्यालय नैनीताल सहित आसपास के क्षेत्रों बिजली सप्लाई बाधित रही।

गढ़वाल और कुमाऊं दोनों में आग की कई घटनाएं 

गौर हो कि गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल दोनों में आग की कई घटनाएं पिछले 24 घंटे में सामने आ चुकी है और जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है और हवाएं भी चल रही हैं तो यह आग विकराल रूप धारण कर रही है। वहीं भवाली अल्मोड़ा हाईवे से लगी पहाड़ी में आग लगने से सड़क पर आग से चटखे पत्थर आने से कुछ वाहनो के शीशे टूटने की भी खबर है। वहीं गढ़वाल मंडल के कीर्तिनगर में पिछले चार दिन से जंगल जल रहे हैं, इस कारण मार्ग पर आवाजाही भी बाधित हुई।

हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना

जंगल की आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश में अब भारतीय वन सर्वेक्षण ने मौसम का अपडेट भी जारी करना शुरू कर दिया है जारी अनुमान के मुताबिक 4 अप्रैल को उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना है वहीं 5 अप्रैल को राज्य के अधिकतर जिलों में बारिश हो सकती है ऐसा अनुमान जताया जा रहा है।

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