राजधानी में किशोरी का अपहरण कर उससे शादी करने के मामले में फरार आरोपित पिता-पुत्र को पुलिस ने सोमवार को दबोचा। आरोपित युवक ने अपने पिता के साथ मिलकर लॉकडाउन के वक्त जून माह में किशोरी का अपहरण किया था। इसके बाद उसे बंधक बनाकर जबरन शादी की। उसके बाद लगातार दुष्कर्म करता रहा। पीडि़ता ने बताया कि विरोध करने पर बाप-बेटे मिलकर मारते थे। बता दें बीते दो मार्च को ही पीडि़ता को पुलिस ने आरोपितों के चंगुल से आजाद करा दिया था। मामला महानगर थानाक्षेत्र का है। इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपितों में बीकेटी के मानपुर लाला गांव निवासी पिंटू और उसका पिता बिट्टी है।
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इंस्पेक्टर ने बताया कि बीते जून माह में पिंटू क्षेत्र में रहने वाली एक 17 वर्षीय किशोरी को अपने पिता की मदद से अपहरण कर ले गया था। किशोरी के परिवारीजनों की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया था। अपहरण के बाद से दोनों फरार चल रहे थे। बीते दो मार्च को किशोरी को काकोरी क्षेत्र स्थित एक मकान से पुलिस ने बरामद किया। किशोरी का मेडिकल परीक्षण कराया गया और बयान दर्ज किए गए तो उसने दुष्कर्म का आरोप लगाया। किशोरी ने बताया कि पिंटू और उसके पिता ने उसका अपरहण किया। अपरहण के बाद बिट्टी ने जबरन डरा धमकाकर पिंटू के साथ उसकी शादी कराई।
इसके बाद दोनों ने बंधक बनाकर काकोरी के एक मकान में रखा। जहां पिंटू उससे दुष्कर्म करता रहा। विरोध पर वह और उसका पिता दोनों ही मिलकर पीटते थे। किशोरी के बरामद होने के बाद से दोनों की तलाश की जा रही थी। सोमवार को पुलिस टीम ने दोनों आरोपित पिता-पुत्र को क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि पिंटू ने किशोरी को काकोरी स्थित एक मकान में बंधक बनाकर रखा था। एक मार्च को पिंटू बाहर निकाला था। इस बीच मौका पाते ही किशोरी ने किसी की मदद से अपने नाना को पूरे मामले की जानकारी दी। नाना ने किशोरी के बारे में पुलिस को बताया। इसके बाद टीम गठित कर किशोरी को काकोरी से बरामद किया गया