उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल परिसर में बम होने की झूठी सूचना देने के आरोप में बृहस्पतिवार को एक युवक को फिरोजाबाद में हिरासत में लिया गया। आगरा जोन के पुलिस महानिरीक्षक ए. सतीश गणेश ने बताया कि सुबह लगभग सात बजे एक युवक ने पुलिस को फोन कर ताजमहल में बम रखे होने की सूचना दी थी। इसके बाद ताजमहल परिसर की सघन तलाशी ली गयी तो यह सूचना झूठी निकली। उन्होंने बताया कि पुलिस को झूठी सूचना देने वाले युवक को पकड़ने के लिये सर्विलांस टीमों के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों के दल को भी लगाया गया था। उन्होंने बताया कि जांच में पता लगा कि पुलिस को फोन करने वाला युवक विमल कुमार सिंह कासगंज के पटियाली का रहने वाला है और फिरोजाबाद जिले के नारखी थाना क्षेत्र स्थित ओखरा गांव में अपने ननिहाल आया हुआ था। उससे पूछताछ की जा रही है।
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गणेश ने बताया कि शुरुआती जांच में यह पाया गया कि युवक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है और संभवत: उसका इलाज भी चल रहा है। सर्विलांस की टीमों को उससे पूछताछ करने और तकनीकी रूप से पूरे मामले की जांच के काम में लगाया गया है। इससे पूर्व बम की सूचना मिलने पर बृहस्पतिवार सुबह ताजमहल को पर्यटकों से खाली कराकर बंद कर दिया गया था। हालांकि जांच के दौरान ताजमहल में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और बम की सूचना अफवाह साबित हुई। इस बीच आगरा के पुलिस अधीक्षक (शहर) बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि जांच अभियान पूरा होने के बाद पूर्वाह्र 11.23 बजे ताजमहल को फिर पर्यटकों के लिए खोल दिया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया गया है जिससे पूछताछ की जा रही है।
ताज महल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित धरोहर है और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के सशस्त्र कर्मी इसकी सुरक्षा में तैनात है। अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आपात सेवा नंबर 112 नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने सुबह करीब नौ बजे फोन कर दावा किया कि ताजमहल में बम है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने तत्काल सीआईएसएफ के कर्मियों को इसकी जानकारी दी, जिसने आंगुतकों को इमारत खाली करने को कहा और सवा नौ बजे परिसर की तलाशी शुरू की। दिल्ली में सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, तलाशी लगभग पूरी हो गई है और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।