बता दें 2017 के एक पुराने मामले में अपनी जमानत रद्द करवा कर पूर्व सांसद धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) ने कोर्ट में सरेंडर किया था। यहां से कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें नैनी जेल भेजा गया था। बीते 11 मार्च को नैनी जेल में सुरक्षा का खतरा होने पर उन्हें सेंट्रल जेल फतेहगढ़ शिफ्ट किया गया था।
उन्हें 20 दिन सेंट्रल जेल की सलाखों के पीछे रहने के बाद आखिरकार कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया लेकिन धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) की रिहाई पूरी तरह गुपचुप तरीके से हुई। उन्हें लेने कुछ गाड़ियां पहुंची और वह भी सेंट्रल जेल से दूरी पर खड़ी रही। बाद में उन्हें उनके रिहा होते ही उनको लेकर चली गईं. बता दें कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या के मामले में बाहुबली धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) का नाम आने के बाद लखनऊ लखनऊ पुलिस सरगर्मी से उनकी तलाश कर रही थी और 25000 का इनाम भी घोषित किया था।
वहीं, सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला ने बताया कि पूर्व सांसद (Dhananjay Singh) की न्यायालय ने जमानत मंजूर कर ली थी जिसका आदेश प्राप्त होने पर उन्हें बुधवार को सुबह रिहा कर दिया गया।