लखनऊ। उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. श्याम नन्दन सिंह ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से आग्रह किया गया है कि वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय की भांति अपने विश्वविद्यालय में कामधेनु पीठ (Kamdhenu Chair) की स्थापना करने का निर्णय लें, जिसके अन्तर्गत गोवंश की नस्ल सुधार संबंधित पाठ्यक्रम से छात्रों को शिक्षा दी जाये।
ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा देने। साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार करने की योजनाऐं तैयार की जा सके। आयोग के अध्यक्ष ने पूर्व में भी प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया था।
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आयोग के अध्यक्ष के अनुसार गोवंश के राष्ट्रीय एवं आर्थिक महत्व को दृष्टिगत रखते हुये प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में गो संरक्षण-संवर्धन, गो आधारित कृषि, कृषि आधारित ग्राम्य विकास एवं गोवंश के नस्ल सुधार हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार होने से ग्रामीण समाज लाभान्वित होगा तथा किसान आत्मनिर्भरता की ओर आगे बढ़ेगा और उसकी आय भी बढ़ेगी एवं गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन होगा।