देहारादून। मुख्य सचिव (SS Sandhu) ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सभी प्रदेशों को विकसित होना होगा। इसके लिए सॉल्यूशन फाइंडर के साथ ही नवाचार को अपनाकर राज्य के विकास में अपना योगदान देना होगा। आमजन से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए हमें हर सम्भव प्रयास करने होंगे।
सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू (SS Sandhu) ने ध्वजारोहण किया। इस दौरान अधिकारियों कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कि भारत की आजादी को 100 वर्ष पूरे होने तक अर्थात वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया है।
मुख्य सचिव संधू (SS Sandhu) ने कहा कि सचिवालय प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके लिए हम सभी को एक सॉल्यूशन फाइंडर की भूमिका निभानी होगी। जब भी कोई फाइल या प्रकरण ऐसा आता है जिसके कारण प्रदेश और प्रदेशवासियों के हित में कार्य में रुकावट आ रही है, ऐसे में हमें सॉल्यूशन फाइंडर की भूमिका निभानी है।
उन्होंने (SS Sandhu) कहा कि कि राज्य में हिमालयी क्षेत्र के सबसे अधिक आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र स्थित है। प्रदेशवासी प्राकृतिक आपदाओं से जूझते रहते हैं। इस दिशा में सबसे अधिक प्रयोग करने के लिये हिमालय हमारे पास है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन आदि के लिए प्रदेश में एक अलग इंस्टीट्यूट बनाया गया है। हमारी कोशिश है कि इसे इस गुणवत्ता का बनाया जाए कि सिर्फ भारत के अन्य राज्य ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के देश हमसे भूस्खलन का समाधान मांगने आएं।
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उन्होंने (SS Sandhu) कहा कि प्रदेश को प्रकृति ने बहुत से प्राकृतिक संसाधन उपहार स्वरूप दिए हैं। इसके कारण हमारा पर्यटन क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है। कुछ पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या इतनी अधिक होती जा रही है कि हमें पर्यटकों की संख्या सीमित करने पर भी विचार करना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में दिल्ली देहारादून हाईवे और अन्य महत्वपूर्ण सड़कों के बन जाने से प्रदेश में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ जाएगी। यह प्रदेश के लिए एक और मौका होगा जब हम प्रदेश के अन्य खूबसूरत स्थलों को पहचान कर पर्यटन मानचित्र पर लाकर प्रदेश को विकसित करने में अपना योगदान दें।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, एल फैनई एवं सभी सचिव, अपर सचिव अन्य वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।