लखनऊ । डॉ राहुल कुमार तिवारी (Dr. Rahul Kumar Tiwari) को यह उपाधि “एकल शिक्षा एवं सह शिक्षा का शालेय वातावरण एवं आकांक्षा स्तर पर प्रभाव का अध्ययन” में दिया गया है। इसमें तीन उद्देश्यों की पूति हेतु 3 परिकल्पनाओं का निर्माण किया गया है जिसमें यादृच्छिक न्यादर्श विधि का प्रयोग करते हुए कुल 600 विद्यार्थियों पर यह शोध कार्य किया गया। सहसंबंध ज्ञात कर के निष्कर्ष के रूप में पाया गया कि शालेय वातावरण का प्रभाव उनके आकांक्षा स्तर पर पूर्ण रूप से पाया गया।
डॉ राहुल कुमार तिवारी (Dr. Rahul Kumar Tiwari) ने अपना शोध कार्य एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पार्वती यादव के मार्गदर्शन में किया।
डॉ राहुल कुमार तिवारी (Dr. Rahul Kumar Tiwari), निवासी राम विहार कॉलोनी, पारा रोड राजाजीपुरम लखनऊ ने शिक्षा शास्त्र में पीएचडी की उपाधि डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय करगी रोड,कोटा बिलासपुर से प्राप्त किया है।
डॉ राहुल कुमार तिवारी (Dr. Rahul Kumar Tiwari) ने अपने शोध कार्य के लिये लखनऊ जनपद के सभी 9 शैक्षिक विकास खण्डों को न्यायदर्श के रूप में लिया गया है जिसमें 50 सरकारी और 50 गैर सरकारी माध्यमिक विद्यालय के 300-300 विद्यार्थियों को यादृच्छिक रूप से शामिल किया गया है। शोध के परिणाम स्वरूप यह पाया गया कि विद्यार्थियों के शालेय वातावरण का उनके समायोजन और उनकी आकांक्षा स्तर पर सार्थक प्रभाव पड़ता है।
इस शेध में शैक्षिक आकांक्षा के द्वारा ही निम्न शैक्षिक उपलब्धि वाला बालक भी उच्च शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव डालता है। मनुष्य जिस वातावरण में रहता है उसी से प्रभावित होकर अपनी आकांक्षा को निर्मित करता है और आकांक्षा ही मानव के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने व गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एक निम्न शैक्षिक उपलब्धि वाले बालक की शैक्षिक आकांक्षा बहुत उच्च न होकर मध्यम ही हो सकती है जब कि उच्च शैक्षिक उपलब्धि वाले बालक की होकर मध्यम ही हो सकती है और उच्च शैक्षिक उपलब्धि वाले बालक की शैक्षिक आकांक्षायें उच्च हो भी सकती हैं। शैक्षिक आकांक्षा स्तर व्यक्ति की व्यक्तिगत रूचि, अधिक्षमता तथा अन्य कारण पर भी निर्भर करती हैं। एक निम्न सामाजिक आर्थिक स्तर वाले बालक की शैक्षिक आकांक्षा भी उच्च हो सकती है।
Phd अध्ययन के उद्देश्य:-
1. एकल शिक्षा विद्यालयों के शालेय वातावरण का विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर से सम्बन्ध का अध्ययन करना।
2. सहशिक्षा विद्यालयों के शालेय वातावरण का विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर से सम्बन्ध का अध्ययन करना।
3. एकल एवं सहशिक्षा विद्यालयों के शालेय वातावरण का विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर से सम्बन्ध की तुलना करना।
शोध अध्ययन के परिकल्पनाएँ:-
1. एकल विद्यालयों के शालेय वातावरण का विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर में सार्थक अंतर पाया जाएगा।
2. सह शिक्षा विद्यालयों के शालेय वातावरण का विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर में सार्थक अंतर पाया जाएगा।
3. एकल एवं सहशिक्षा विद्यालयों के शालेय वातावरण का विद्यार्थियों के आकांक्षा स्तर में सार्थक अंतर पाया जाएगा।