नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार के मिले-जुले संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार में आज शानदार तेजी देखने को मिल रही है। बुधवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत रिकॉर्ड स्तर पर हुई। सेंसेक्स 60,619 पर और निफ्टी 18,097 पर खुला। कारोबार के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने नया रिकॉर्ड बनाया। बाजार में चौतरफा खरीदारी से सेंसेक्स पहली बार 60,600 को पार कर गया। जबकि निफ्टी 18100 को पार कर गया। फिलहाल सेंसेक्स 320 पॉइंट चढ़कर 60,610 पर और निफ्टी 120 पॉइंट चढ़कर 18,120 पर कारोबार कर रहा है। लगातार पांचवें दिन बाजार में तेजी का रुख है। बुधवार को बाजार में उछाल से निवेशकों की दौलत 1.44 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई।
सेंसेक्स में सबसे ज्यादा एमएंडएम में 4 फीसदी से अधिक की तेजी आई है। इसके साथ पावरग्रिड, भारती एयरटेल, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक में शीर्ष पर रहा। दूसरी ओर, नेस्ले इंडिया, एचयूएल, एचसीएल टेक, एसबीआई और टाटा स्टील में गिरावट का रुख है।
रुपए में आई मजबूती
करेंसी मार्केट में रुपए की शुरुआत आज मजबूती के साथ हुई है। रुपया डॉलर के मुकाबले रुपया 19 पैसे मजबूत होकर 75.32 के स्तर पर खुला है।
5 दिन में बढ़ी निवेशकों की दौलत
शेयर बाजारों में जोरदार उछाल के बीच पांच कारोबारी सत्रों में निवेशकों की पूंजी 7,54,057.31 करोड़ रुपये बढ़ी है। इन पांच कारोबारी सत्रों में बीएसई की लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,54,057.31 करोड़ रुपये बढ़कर 2,69,74,604.36 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक, वैश्विक संकेतकों के अनुरूप शेयर बाजारों की शुरुआत कमजोर रुख के साथ हुई। लेकिन कारोबार के अंतिम घंटों में कुछ लिवाली का सिलसिला चलने से बाजार अंतत: सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मंगलवार को 148.53 अंक या 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 60,284.31 अंक के अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया। चार दिन में सेंसेक्स में 1,094.58 अंक का उछाल आया है।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे क्योंकि उन्होंने मंगलवार को 278.32 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की।
पांच महीने के निचले स्तर पर खुदरा मुद्रास्फीति
रिलायंस सिक्योरिटीज के हेड-स्ट्रेटेजी बिनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर अभी अच्छे दिख रहे हैं। सब्जियों और अन्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के कारण खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में गिरकर पांच महीने के निचले स्तर 4.35 प्रतिशत पर आ गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 7.27 प्रतिशत थी।
अगस्त में औद्योगिक उत्पादन में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो मुख्य रूप से कम-आधार प्रभाव और विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण पूर्व-सीओवीआईडी स्तर को पार कर गया।
2022 में सबसे तेजी से बढ़ेगी इंडियन इकोनॉमी
आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को 9.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। जबकि अगले साल 2022 के लिए अनुमान लगाया गया है कि यह दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था रहेगी। भारत में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि दर होगी और यह 8.5 फीसदी तक पहुंच सकती है। जबकि अमेरिका से यह दर 5.2 फीसदी तक रह सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2026-27 तक 6.1 फीसदी की दर से विकास करता रहेगा।